हालात पर नियंत्रण में रखने जिलाधिकारी दारव्हा में

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यवतमाल. दारव्हा में बडी संख्या में कोरोनाबाधित मरीजों की संख्या में वृद्धि होने से हालातों पर नियंत्रण रखने के लिए व प्रतिबंधित क्षेत्र की समीक्षा करने के लिए जिलाधिकारी एम. डी. सिंह प्रतिदिन दारव्हा में दौरा कर रहे हैं. लगातार चौथे दिन, जिलाधिकारी ने प्रतिबंधित क्षेत्र का दौरा किया. अतिरक्ति पुलिस अधक्षिक नुरुल हसन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. बालासाहब चव्हाण, उपविभागीय अधिकारी इब्राहीम चौधरी आदि उपस्थित थे. दारव्हा में अबतक पाजिटिव मरीजों की संख्या कुल 20 तक पहुंच गई है, इनमें से वर्तमान में एक्टिव पाजिटव 17 तो तीन मरीजों की मृत्यु हुई है. इस स्थिति को नियंत्रण में रखने एवं कोरोना के संक्रमण शहर के अन्य हस्सिों में न फैले, इसके लिए जिलाधिकारी दारव्हा में डेरा डाले हुए हैं.

शहर के इनामदारपुरा, फटीगपुरा, शिवाजी नगर, तिलकवाडी के प्रतिबंधित क्षेत्रों की समीक्षा की. प्रतिबंधित क्षेत्र में नागरिकों की आवाजाही को नियंत्रत करने के लिए विशेष पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन को यहां तैनात किया गया है. उपजिलाधिकारी (राजस्व) दलवी को इंसिडंट कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया है. तो एमबीबीएस (एमडी) जिला मुख्यालय के तहसीलदार डा. संतोष डोईफोडे को दारव्हा के तहसीलदार के रूप में नियुक्त किया गया है. यवतमाल शहर के इंदिरा नगर, जाफर नगर, मेमन सोसायटी में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कडी मेहनत करनेवाले आकोलाबाजार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकिय अधिकारी डा. बेग मर्झिा खालिद सुजाद यह अब दारव्हा तहसील के स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में कामकाज देखेंगे. यह सभी नियुक्तियां आपदा प्रबंधक अधिनियम के तहत जिलाधिकारी को दी शर्त के अनुसार की गई है.

जिलाधिकारी, वरष्ठि पुलिस अधीक्षक, अतिरक्ति पुलिस अधीक्षक जैसे वरष्ठि अधिकारी सीधे दारव्हा में %ऑनफाल्ड% है तथा नागरिकों के स्वास्थ्य का सर्वेक्षण भी किया जा रहा है. सर्वेक्षण में पाया गया कि स्थानीय कर्मचारी अनुपस्थित थे पालकमंत्री संजय राठोड व जिलाधिकारी सिंह ने स्थानीय प्रशासन को सर्वेक्षण के दौरान अनुपस्थित 14 शक्षिकों के खिलाफ कार्रवाई करने के नर्दिेश दिया है. अपनी जम्मिेदारियों से पल्ला झाडनेवालों के खिलाफ इसके आगे भी संक्रामक रोग नियंत्रण अधिनियम 1897, आपदा व्यवस्थापन कानून 2005 के तहत अपनी जम्मिेदारियों को पूरा करने वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने का नर्णिय लिया गया. शहर के इनामदारपुरा इलाके में 873 परिवार हैं और आबादी 4473 है.

इस क्षेत्र के लिए दो फिवर क्लिनिक शुरु किए गए है. साथ ही, नागरिकों की नियमित जांच के लिए तीन चिकत्सिा अधिकारियों के मार्गदर्शन में 30 टीामें का गठन किया गया है और उन्हें नियंत्रित करने के लिए पांच पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है. शिवाजी नगर में परिवारों की संख्या 201 है यहां 847 की आबादी के लिए एक फिवर क्लिनिक है. यहां नागरिकों की जांच के लिए आठ स्वास्थ्य टीम कार्यरत है. तिलकवाडी में 150 परिवार और 850 की आबादी है. यहां के नागरिकों की स्वास्थ्य जांच के लिए दो पर्यवेक्षकों और एक चिकत्सिा अधिकारी के नेतृतव में स्वास्थ्य विभाग की नौ टीमों का गठन किया गया है. यहां एक फिवर क्लिनिक है. दारव्हा के तीन कोविड केअर सेंटर व एक कोविड हेल्थ सेंटर में 220 लोगों को भर्ती किया गया है तथा यवतमाल के कोविड केअर सेंटर में दारव्हा के लगभग 325 नागरिक भर्ती है. इसमें बहुत निकट संपर्क(हाइ रस्कि कान्टक्ट), निकट संपर्क (लो रस्कि कान्टक्ट), पहले से कई बिमारी से ग्रस्त व गर्भवती महिलाओं का समावेश है.