जिलाधिकारी द्वारा किसान आत्महत्या के मामलों की समीक्षा

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यवतमाल. जिले में किसान आत्महत्या के मामलों के निपटारे के संबंध में, जिलाधिकारी एम. देवेंद्र सिंह ने जिला स्तरीय समिति की समीक्षा की और मामलों का निपटारा किया.

इस दौरान कुल 12 मामलों की समीक्षा की गई. इसमें केलापुर तहसील के चालबर्डी निवासी मृतक किरण गोणेवार के परिवार को संजय गांधी निराधार योजना का तसेच प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत घरकुल का लाभ, केलापुर तहसील आनंद जोशी के परिवार की ओर से रोटावेटर के आवेदन लेना, पांढरकवडा के महेंद्र गोरे के परिवार को नरेगातून विहिरीचा लाभ, घाटंजी तहसील हिवरधारा के यशवंत यादव के पत्नि को विधवा पेन्शन का लाभ, घाटंजी तहसील मानोली के अनंता पेटकुले के परिवार की ओर से ठिंबक सिंचाई का आवेदन लेना, घाटंजी के वसंतनगरातील मयूर फुसे के परिवार को गाय-भैसों लाभ, कलंब तहसील पहूर के देवाजी धुर्वे के परिवार को नरेगा अंतर्गत विहिर तथा खेत को कंपाउंड, नेर तहसील शेंद्री के छगन चौधरी के परिवार को संजय गांधी निराधार योजना अंतर्गत व नरेगा से कुओं का लाभ, पुसद तहसील श्रीरामपूर के नीलेश कदम के परिवार को गाय-भैस के वितरण का लाभ, पुसद तहसील अडगाव के सुभाष इंगोले के परिवार को नेरगा अंतर्गत कुआं, दिग्रस तहसील मालहिवरा नरेगा अंतर्गत कुआं एवं महागाव तहसील आमनी के श्याम जाधव के परिवार को बकरी वितरण तथा कुएं का लाभ देने का निर्णय जिलास्तरीय समिति में लिया गया.

इस अवसर पर जिलाधिकारी सिंह ने कहा कि ग्रामीण स्तर के निकाय को आत्महत्या करने वाले किसानों के मामलों के निपटारे में तेजी लाने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए संबंधित परिवारों से एक सप्ताह के भीतर कागजी कार्रवाई पूरी करनी चाहिए. ताकि परिवार निर्वाह का साधन प्राप्त करे. इस समय, जिलाधिकारी ने आत्महत्या करने वाले पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से उत्साहपूर्वक पूछताछ की. इसके अलावा, केलापुर तहसील में चलबार्डी के परिवार ने मराठी नहीं बोली और तेलुगु भाषा में संवाद किया.

इस समय, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाळ, वैद्यकीय महाविद्यालयाचे अधिष्ठाता डॉ. मिलिंद कांबळे, जिल्हा शल्य चिकित्सक डॉ. तरंगतुषार वारे, जिल्हा आरोग्य अधिकारी डॉ. हरी पवार, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (पंचायत) अरविंद गुडधे, जिल्हा उपनिबंधक रमेश कटके, जिल्हा अग्रणी बँक व्यवस्थापक अमर गजभिये, पशुसंवर्धन उपायुक्त डॉ. बी. आर. रामटेके, पुसद आदिवासी विभागाचे प्रकल्प अधिकारी आत्माराम धाबे, सामाजिक न्याय विभागाचे  चव्हाण संबंधित गांवों के उप तहसीलदार आदि उपस्थित थे.