- उचित देखभाल के निर्देश
यवतमाल. जिले में 16 जनवरी से कोविड टीकाकरण लागू किया जा रहा है. इस संबंध में जिलाधिकारी एम. देवेंद्र सिंह ने स्वास्थ्य प्रणाली की योजना की समीक्षा की.
जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक हुई. बैठक में जिला पुलिस अधिक्षक डा. दिलीप पाटिल भुजबल, अपर पुलिस अधिक्षक डा. खांडेराव धरने, आरडीसी ललित कुमार व-हाडे, सरकारी मेडिकल कॉलेज के डीन डा. मिलिंद कांबले, जिला सर्जन तरंगंतुषार वारे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरि पवार, डा. सुभाष ढोले, डा. गिरीश जतकर भी उपस्थित थे.
16 जनवरी को जिले के छह केंद्रों पर सीधे टीकाकरण किया जाएगा. सिंह ने कहा, कोविड के टीकाकरण के बारे में नागरिकों में जागरूकता पैदा करें. टीकों का भंडारण, परिवहन आदि बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए, पुलिस विभाग को भंडारण केंद्र और साथ ही उन छह स्थानों पर सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए जहां टीकाकरण होगा. लाभार्थी जो उचित देखभाल के साथ टीका प्राप्त करते हैं, उन्हें 30 मिनट के लिए अवलोकन कक्ष में सुरक्षित रखा जाना चाहिए. स्वास्थ्य प्रणाली को इस मामले पर विशेष ध्यान देना चाहिए, उन्होंने सुझाव दिया. उन्होंने यह भी सीखा कि जिले में कितने टीके उपलब्ध होंगे, उन्हें कैसे परिवहन किया जाएगा, वे कहाँ उपलब्ध होंगे, भंडारण प्रणाली क्या है, आदि.
जिले में 16 जनवरी को दारव्हा, पांढरकवडा, पुसद में उप-जिला अस्पताल, वणी और उमरखेड में ग्रामीण अस्पताल और सावरगड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीका लगाया जाएगा. एक स्थान सौ ऐसे लगभग 600 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशिल्ड और भारत बायोटेक लिमिटेड के को-वैक्सीन की आपूर्ति अगले दो दिनों में की जाएगी. जिले में 83 कोल्ड चेन के तहत कुल 108 रेफ्रिजरेटर स्थापित किए गए हैं. जिले में अब तक 15253 स्वास्थ्य कार्यकर्ता लाभार्थियों का डेटा एकत्र किया गया है और इसमें जिला सर्जन कार्यालय के तहत 3396 लाभार्थी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत 7064 और निजी अस्पतालों से 4793 लाभार्थी शामिल हैं. ऐसी जानकारी डा. सुभाष ढोले ने दी.