यवतमाल. कोरोना संक्रमण बढ़ने से तालाबंदी हुई है. परिवहन निगम इसे गति देने की कोशिश कर रहा है. रोगियों की बढ़ती संख्या समस्याओं का कारण बन रही है. राज्य परिवहन निगम ने बस में सिर्फ आवश्यक सेवाओं को प्रवेश देने का फैसला लिया है. लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सहित जिले भर में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने भी जिले के लिए नया आदेश जारी कर 15 दिनों के लिए संचारबंदी लगा दिया है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद हैं.
राज्य परिवहन निगम के यवतमाल डिवीजन में कोरोना की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, केवल आवश्यक सेवाओं में उन लोगों को बस में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी. केवल सरकारी, निजी कर्मचारी, किसानों के साथ-साथ अस्पताल के काम के लिए यात्रा करने वालों को बस से पहुंच मिलेगी. परिवहन विभाग के आदेशानुसार लंबी दूरी का यातायात रोक दिया गया है. इसमें मुंबई, बुलढ़ाना, पुणे, औरंगाबाद बस सेवाओं को रोक दिया गया है. इससे विभाग को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है.
पहचानपत्र सत्यापन के बाद ही प्रवेश
वर्तमान में बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए यवतमाल शहर से दूसरे तहसील में जा रहे हैं. कुछ ही कर्मचारी एसटी निगम की बसों में यात्रा करते हुए दिखाई देते हैं.
राज्य सहित जिलों में कोरोना संक्रमण की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. राज्य सरकार द्वारा मिनी लाकडाउन लगाया गया है. एसटी निगम के यवतमाल विभाग को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ता है. कोरोना की विकट स्थिति को देखते हुए आपातकालीन सेवा वालों को एसटी बस की सुविधा दी जाएगी. कर्मचारियों या यात्रियों के पहचान पत्र का सत्यापन करने के बाद ही उन्हें बस में प्रवेश दिया जाएगा.
-अविनाश राजगुरे विभाग यंत्र अधिकारी