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    यवतमाल. महागांव डाकखाने में कार्यरत एक डाकपाल ने 24 लाख रुपयों की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां के डाकखाने में उपडाकपाल के पद पर कार्यरत गजानन घोडे ने अपने पद का दुरुपयोग कर इससे पूर्व महागांव डाकखाने से निलंबित हो चुके डाकपाल को गैरकानूनी तौर पर ऑफिस का चार्ज दिया था, जिसके बाद इस निलंबित डाकपाल ने आर्थिक हेराफेरी को अंजाम दिया. इस मामले में जांच के बाद उसके द्वारा लाखों रुपए गबन कर लेने का मामला सामने आया, जिससे उसके खिलाफ महागांव पुलिस थाने में वरिष्ठ डाकअधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है.

    खजाने में जमा नहीं की राशि

    महागांव पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, महागांव डाकखाने में कार्यरत गजानन घोडे ने 28 मार्च 2020 से लेकर 30 मार्च 2020 के दौरान अपने पद का दुरुपयोग कर योगेश नीले को डाकखाने में गैरकानूनी तौर पर ऑफिस में काम की जिम्मेदारी दी. प्राप्त जानकारी के अनुसार नीले को इससे पूर्व डाकखाने के कामकाज में अनियमितता बरतने के मामले में निलंबित कर दिया गया था, लेकिन इसी निलंबित हुए व्यक्ति को गजानन घोडे ने कार्यालय में गैरकानूनी तौर पर रखा था. उसे डाकघर की सभी जिम्मेदारी देने से इसका अनुचित लाभ लेकर योगेश नीले ने 28 मार्च को डाकघर कार्यालय में आए कुल 460 मनी ऑर्डर अपने अधिकार में लेकर गैरकानूनी तौर पर उन्हें बुक किया. साथ ही इससे मिले 24 लाख 15 हजार रुपयों की राशि सरकारी खजाने में जमा न करते हुए उसका अपहार कर लिया. 

    इस मामले की जानकारी सामने आने के बाद वरिष्ठ स्तर पर इस आर्थिक हेराफेरी  की जांच शुरू की गयी, जिसमें महागांव डाकखाने में कार्यरत उपडाकपाल और निलंबित की मिलीभगत से हेराफेरी को अंजाम देने की जानकारी सामने आयी है. इस मामले में  डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बालाजी कीसनराव जाकुरे (33) निवासी बेंम्बरा तहसील देगलुर जिला नांदेड द्वारा महागांव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गयी. पुलिस ने फुलसावंगी निवासी उपडाकपाल गजानन वी.घोडे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.