कर्जमाफी से वंचित किसानों को जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा

  • 100 किसानों को किया स्थानबद्ध
  • दी थी आत्मदाह की चेतावनी

Loading

यवतमाल. छत्रपति शिवाजी महाराज कर्जमाफी शेतकरी सम्मान योजना 2017 के तहत किसानों का डेढ लाख तक कर्जमाफी दी गई थी. लेकिन कर्जमाफी में पात्र होकर भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिला. जिससे सैकडों किसान वंचित रह गए. ऐसे किसानों को कर्जमाफी योजना का लाभ देने तथा नियमित किसानों को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाने की प्रमुख मांग को लेकर घाटंजी तहसील के शिरोली, कलणी, कु-हा के किसानों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था. तथा मांगे पूरी नहीं होने पर वंचित किसानों ने आक्रमक रूप लेकर 21 नवंबर को जिलाधिकारी कार्यालय में आत्मदाह चेतावनी दी थी. 

इस मामले में जिलाधिकारी तथा डीडीआर को मांग का ज्ञापन सौंपा था. लेकिन प्रशासन की ओर से इस मांग पर कोई भी कदम नहीं उठाए जाने से आज सामुहिम आत्मदाह के लिए आए सैकडों किसानों को यवतमाल तथा घाटंजी पुलिस ने स्थानबद्ध किया. इसमें यवतमाल शहर पुलिस ने 73 तो घाटंजी पुलिस ने 35 किसानों को स्थानबद्ध किया. पुलिस ने शहर में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने कडी सुरक्षा व्यवस्था लगाई. 

यवतमाल का आजाद मैदान किया गया सील

कर्जमाफी से वंचित किसानों ने सामूहिक आत्मदाह के लिए स्थानीय आजाद मैदान पर आनेवाले थे. इस सिलसिले में पुलिस ने सुबह से ही शहर के मुख्य चौराहों के साथ-साथ आजाद मैदान में घेराबंदी कर दी थी. आजाद मैदान के चारों तरफ की सडकों को भी सील कर दिया गया. जिससे आजाद मैदान परिसर में दिनभर सन्नाटा छाया रहा. 

प्रशासन एवं पुलिस दल में हलचल

कर्जमाफी से वंचित किसानों ने सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी को लेकर प्रशासन के साथ-साथ पुलिस बल में काफी हलचल पैदा की थी. जिसके तहत आज जिलाधिकारी कार्यालय से लेकर एलआईसी चौक, तिरंगा चौक, येरावार चौक, आजाद परिसर, पांच कंदिल चौक समेत आस-पास क्षेत्र के चौराहों पर पुलिस कडा बंदोबस्त दिखाई दिया. सुरक्षा व्यवस्था कमांडो, राज्य आरक्षित दल की कुछ टूकडियां तैनात थी.