शिवाजी महाराज का पुतला हटाने से रोष, वणी में  कर्नाटक सीएम का पुतला फुंका

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वणी. अखंड भारत के  आराध्य दैवत छत्रपती शिवाजी महाराज का कर्नाटक राज्य के  बेलगांव जिले के मनगुत्ती गाव में  अश्वारूढ पुतला रातोरात हटाया गया. जिससे शिवभक्तों में काफी रोष है. जिसका असर आज वणी में भी दिखा. रविवार  9 अगस्त को पुर्व विधायक विश्वास नांदेकर के  नेतृत्व में स्थानीय टिलक चौक में कर्नाटक सरकार का  निषेध कर मुख्यमंत्री बी. एस. येदुरप्पा का पुतला जलाया गया. प्रधानमंत्री हर समय छत्रपती शिवाजी महाराज का उल्लेख करते है और उन्हे याद करते है. उनके नाम से ही उनका भाषण प्रारंभ होता है. भाजपा शासीत राज्य में  छत्रपती शिवाजी महाराज का अवमान होने से शिवभक्तो में रोष है.

कर्नाटक सरकार सीमा क्षेत्र के मराठी लोगों का द्वेष करती है. बेलगांव जिले के मनगुत्ती गाव में स्थापित किया छत्रपती शिवाजी महाराज का पुतला कर्नाटक सरकार के आदेश से हटाया गया. इस घटना से शिवभाक्त संतप्त हुए है. कर्नाटक राज्य के बेलगांव जिले के  मनगुत्ती ग्रामपंचायत की अनुमति से ही यह  छत्रपती शिवाजी महाराज का  पूर्णाकृती पुतला स्थापित किया था. यह पुतला हटाने के लिए पुलिस दबाव ला रही थी ऐसा आरोपी यहा के लोगों  ने किया है. इसके विरोध में वे रास्ते पर भी उतरी थी.

इसके बाद पुलिस पिछे हटी थी. लेकिन कर्नाटक सरकार ने  मनमानी कर यह पुतला हटाया. इस घटना का असर राज्य में सभी ओर देखने मिला. वणी में  शिवसैनिक आक्रमक हुए थे. पुर्व विधायक तथा जिला प्रमुख विश्वास नांदेकर के  नेतृत्व में  कर्नाटक सरकार का  निषेध कर वहाके सीएम का पुतला जलाया. इस समय गणपत लेडांगे, रवी बोढेकर, अनिल राजुरकर, विक्रांत चचडा, महेश चौधरी और शिवसैनिक उपस्थित थे.