- रमेश नाईक गुट का वर्चस्व
- वानखेडे गुट का सुपड़ा साफ
आर्णी. आर्णी तहसील के आसरा गांव में विगत 35 सालों से सत्ता में रहे विकास आघाड़ी के उम्मीदवारों को मतदाताओं ने किनारा किया है. रमेश नाईक के नेतृत्व में युवा आघाड़ी को सत्ता का अवसर दिया. आसरा गांव में कुल 3 वार्ड है जिसमें 7 उम्मीदवार चुनाव मैदान में खड़े थे.
ग्राम विकास आघाड़ी के कैलास वानखेडे को 2 सीट पर संतुष्ट होना पड़ा. जबकि रमेश नाईक के नेतृत्व में पांच उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. पूर्व सत्ताधारी कैलास वानखेडे की इस बार डिपाजिट जब्त हुई. वानखेडे को 419 वोटों में से 64 वोट मिले तो उनके विपक्षी उम्मीदवार को 354 वोट मिले. चुनाव में युवा विकास आघाड़ी ने 7 में से 5 सीट पर जीत हासिल कर अपना परचम लहाराया है.
चुनाव में कुल 5 पूर्व सरपंचों ने सफलता हासिल करने में मेहनत की, लेकिन चुनाव में मतदाताओं ने उन्हें स्वीकार नहीं किया और नवयुवकों के हाथों में सत्ता की बागडोर दी. युवा विकास आघाड़ी के रमेश नाईक, गणेश वानखेडे ने चुनाव में जीत हासिल की. नरेंद्र चव्हाण, सुवर्णा मेश्राम, गणेश सावदे, सुलोचना वानखेडे, रेणुका शिंदे यह निर्विरोध चुनकर आए. जबकि ग्राम विकास पैनल के शिवराम भगत और कल्पना काले चुनकर आयी. इस चुनाव में युवा आघाड़ी के राधेश्याम वानखेडे, दिनेश मांडोले, राजू वानखेडे, उत्तम राठोड़, महादेव मडावी, छगन शिंदे, शेखर चव्हाण, महादेव शिंदे, नरेंद्र सावदे, नागोराव धाडपडे, संतोष मडावी ने अथक प्रयास किए.