आयकर की शर्त से आम लोगों का हज का सपना होगा अधूरा

  • मुस्लिम समाज में तीव्र आक्रोश, हाजी एजाजुद्दिन ने शर्त रद्द करने की मांग

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दिग्रस. हज समिति के जिला प्रशिक्षक हाजी एजाजुद्दीन ने केंद्र सरकार द्वारा सभी तीर्थयात्रियों पर आयकर का भुगतान करने के लिए एकतरफा शर्त को तत्काल रद्द करने की मांग की है. जिससे मुस्लिम समाज में तीव्र आक्रोश है.

हज, जो इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, का अनूठा महत्व है. आर्थिक रूप से सक्षम और जानकार मुस्लिम भाई अपने जीवन में कम से कम एक बार हज यात्रा पर जाने के लिए बाध्य हैं और हर किसी के मन में यह इच्छा होती है.

किसान, मजदूर, छोटे और बडे उद्यम हर दिन अपनी अल्प आय से कुछ पैसे बचाकर जीवन यापन करते हैं और हज के लिए पैसे जमाते है. लेकिन केंद्र सरकार का नया फैसला इस बात का संकेत है कि पवित्र हज का सपना चकनाचूर हो जाएगा या केवल उनकी दिक्कतों में इजाफा होगा.

देश में मुस्लिम भाईयों की हज यात्रा के कारण एअर इंडिया हर साल भारी मुनाफा कमा रही है. इतिहास में पहली बार, कोरोना ने देश और विशेष रूप से एयर इंडिया को भारी वित्तिय नुकसान पहुंचाया है क्योंकि कोरोना के कारण देश में मुस्लिम भाई हज के लिए नहीं जा सके.

हालांकि, मुस्लिम सोसाइटी और हज कमेटी के जिला प्रशिक्षक हाजी एजाजुद्दीन ने मांग की है कि सरकार को ध्यान देना चाहिए और हज प्रक्रिया को कैसे आसान बनाया जा सकता है, इस जटिल शर्त को रद्द करने की मांग मुस्लिम समाज व हज कमेटी जिला प्रशिक्षक हाजी एजाजुद्दीन ने की है.