Bhavna Gawali

  • सांसद गवली ने दिया अल्टीमेटम

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यवतमाल. भारी बारिश के कारण यवतमाल जिले के किसानों को बहुत नुकसान हुआ है. कपास, सोयाबिन का बुवाई लागत भी निकलना मुश्किल बना है. ऐसे में फसल बीमा कंपनियों के लिए जरूरी है कि वे किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दें. अगर फसल बीमा कंपनियों ने 15 नंबर तक मुआवजे का भुगतान नहीं किया, तो सांसद भावना गवली ने हल्लाबोल आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

कोरोना की वजह से राज्य ही नही तो संपूर्ण दुनिया की अर्थव्यवस्था ठप हुई है. महाराष्ट्र के किसानों पर कोरोना समेत अतिवृष्टी का संकट आया. किसानों के खेतों में फल, सब्जीयां समेत अन्य फसलों का नुकसान हुआ. इसके बाद लगातार हुई अतिवृष्टी से लाखो हेक्टेयर जमिन पर सोयाबीन, धान, मका, कपास, ज्वार, तुअर की फसल बर्बाद हुई. जिससे किसान टूट गया है.

राज्य सरकार के निर्णय से किसानों को कर्जमाफी मिली लेकिन कई किसानों को बैंकों ने फसल कर्ज नही देने से दिक्कते निर्माण हुई. किसान प्राकृतिक आपदा से फसल का नुकसान हुआ तो मुआवजे के लिए फसल बीमा लेता है. यवतमाल जिले के जीन किसानों ने फसल बीमा लिया उन्हे सरकरी के फैसल के अनुसार 15 नंवबर तक मुआवजा मिलना चाहिए.

सरकारी निर्णय नुसार कपास और तुअर फसल के नुकसान के लिए तय की गई 1 जनवरी यह अवधि है. इस वर्ष खेती का काफी नुकसान होने से नियम बाजु में रख फसलबीमा कंपनीयों ने किसानों को नुकसान का मुआवजा देने की मांग सांसद भावना गवली ने दी है. 15 नवंबर के पहले नुकसान का मुआवजा नही दिया गया तो फसलबिमा कंपनी के खिलाफ हल्लाबोल आंदोलन करने की चेतावनी सांसद गवली ने दी है.