आर्णी. आर्णी शहर के कई हिस्सों में नालों समेत सड़कों पर गंदगी का आलम होने से शहर के विभिन्न हिस्सों में गंदगी का साम्राज्य नजर आ रहा है. कोरोना जैसी महामारी में प्रशासन की ओर से साफ-सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
शहर के वार्ड नं. 2 के पद्मावर ले-आउट के स्थानीय लोग पिछले सात वर्षों से इस क्षेत्र में रह रहे हैं और यह क्षेत्र नाले के किनारे पर है. बरसात के दिनों में इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता था और सड़क किनारे के नालों में कूड़ा-करकट भर जाता था. उन्होंने नगरपालिका और वार्ड के जनप्रतिनिधियों की ओर इशारा किया. लेकिन इस महामारी में भी इस गंभीर मामले को नजरअंदाज कर क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना शूरू है. ऐसा स्थानीय नागरिकों द्वारा कहां गया है.
कीटाणुओं से भयभीत
पद्मावर ले-आउट नाले के किनारे पर होकर बरसात के दिनों में नाले में पानी अधिक रहने से नाले के किटाणु सीधे सडको पर आने से किचड भरी सडक में दिखते नहीं है. इस ही सडक पर छोटे बच्चों के साथ ही बुजुर्ग नागरिक भी अपनी जान हाथ में लेकर इस रास्ते से जाते है. कई बार जहरीले जीवों ने स्थानीय लोगों के घरों में अपना घर बना लेने से इलाके के लोग डर गए थे, ऐसा स्थानीय लोगों के मुताबिक बताया जा रहा है.
शहर के वार्ड नं. 3 और 8 में गंदगी का साम्राज्य हो कर इस वार्ड के नागरिक वार्ड के नगर सेवक से मौखिक शिकायत समय- समय पर कर के भी इस ओर अनदेखी की जाने से जनता में आक्रोश है. इस गंदगी को देखकर अब स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर चर्चा द्वारा रोष व्यक्त करना शुरू कर दिया है.