वणी. सब्जियो के साथ दाल के भाव भी आसमान छू रहे है. महंगी दाले खरीदना हर किसी के बस की बात नही है. ऐसे मे मसूर व चने की दाल के भाव अपेक्षाकृत कम होने से इन दालो ने गरीबो की भूख मिटाई है. पेट्रोलियम पदार्थो की बढती कीमतो के साथ ही अन्य जीवनावश्यक वस्तुओ, पेट्रोलियम पदार्थो की बढती कीमतो के साथ ही अन्य जीवनावश्यक वस्तुओ, सब्जी व किराना के भाव भी बढ गए है.
इससे गृहिणियो के किचन का बजट गडबडा गया है. उत्पादन कम होने व मांग बढने से सब्जी के दाम बढते जा रहे है बढती महंगाई से सामान्य आदमी का जीना मुहाल हो गया है. दरअसल बारिश और बीमारियो के प्रकोप के चलते सब्जियो का उत्पादन कम हो रहा है. वही बाजार मे मांग बनी हुई है. इधर सरकार ने क्षमता से अधिक भंडारण पर रोक लगा दी है, जिससे व्यापारियो ने खरीदी रोक दी है. इस कारण भी दालो के भाव बढ गए है. विशेषज्ञो के मुताबिक, भंडारण की सीमा बढाने पर दाल के भाव कम होने की संभावना है.
आम जनता परेशान
गृहिणी वर्षा आत्राम ने कहा कि सरकार ने गैस सिलेंडर के दाम काफी बढा दिए है. इसके अलावा दाल,सब्जी खाद्य तेल व किराना सामग्री के भाव भी बढ गए है. इससे किचन का बजट पूरी तरह गडबडा गया है. कोरोना के कारण कई लोगो के रोजगार पहले ही छिने जा चुके है और अब रही -सही कसर महंगाई ने पूरी कर दी है.
सब्जियो के भाव प्रति किलो- आलू -30,प्याज -40, टमाटर -40, बैंगन-60.
दालो के भाव रू प्रति किलो – चना दाल -75, तुअर दाल-105, मूंग दाल-110, उडद दाल-110, मसूर दाल -85