- नही पहुचे किसानों के खेतों तक
उमरखेड. उमरखेड विधानसभा चुनाव क्षेत्र से सांसद हेमंत पाटील चुनकर आए. गत कुछ दिनों से वे चुनाव क्षेत्र में नही आए. जिससे किसान और छत्रपति शिवाजी महाराज पुतला संघर्ष समिति समेत शिवसैनिक भी नाराज होने की बात 18 अक्तुबर को यहा के विश्रामगृह में उजागर हुई.गत कुछ दिनों में बेमौसम बारिश हुई. इस बारीश ने सोयाबीन समेत अन्य फसल भी नष्ट कर दी. किसानों को राहत देने के लिए सांसद हेमंत पाटील के पास समय नही होने से किसान नाराज है, साथही सांसद द्वारा ऐसी उम्मीद नही थी ऐसा स्वयं शिवसैनिक बोल रहे है. उमरखेड शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वारूढ पुतला शिवाजी चौक में स्थापित करने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज संघर्ष समिति के माध्यम से लगभग डेढ माह तक अनशन शुरू था. इस दौरान भी सांसद पाटील ने भेट नही दी. जिससे इन लोगों में भी नाराजी है.
सांसद नही पहुचे मुलावा और उमरखेड
18 अक्तुबर को सांसद पाटील तहसील के दौरे आएगे ऐसी चर्चा थी. दोपहर 1 बजे मुलावा के एक खेत में जाकर आने की जानकारी मिली. लेकिन वे शामत तक मुलावा में नही आए. उमरखेड विश्रामगृह में दोपहर तक शिवसैनिकों की रेलचेल थी. सांसद पाटील आएगे ऐसी उम्मीद थी, लेकिन वे नही आएगे ऐसी खबर मिते ही यहा उपस्थित लोग मायुस हुए. उमरखेड शहर में दो दिन पहले हुई मारपीट मामले के दोषीयों पर कार्रवाई हो इस मांग के लिए लगभग 50 महिलाए और पुरूष विश्रामगृह में जमा हुए थे. लेकिन सांसद नही आने से उन्होने भी अपनी नाराजी व्यक्त की.