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वणी. सोमवार, 23 नवंबर से माध्यमिक शाला शुरू करने की अनुमति सरकार द्वारा देने के बाद आज प्रत्यक्षरूप से शाला का पहला दिन था. लेकिन पहले ही दिन तहसील में छात्रों ने स्कुल से मुह मोड लिया.  शहर की शालाओं में भी छात्रो की उपस्थिती काफी कम थी. तो तहसील में लगभग 60 फीसदी छात्र स्कुल में नही आए. ग्रामीण क्षेत्र में तो छात्र खेत के काम में व्यस्त थे. जिससे शाला में पहले ही दिन सन्नाटा देखा गया. कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाऊन से शाला  मार्च माह से बंद थी. अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू है. आखिर 23 नवंबर से स्थानिय प्रशासन ने निर्णय़ लेकर शाला शुरू करें ऐसी सुचना की. दौरान अध्यापकों ने  कोरोना जाच कर शाला शुरू करें, शाला में छात्रों की थर्मल स्कॅनिंग करे, शाला में सॅनिटायझर और मास्क का इस्तेमाल करें आदि मार्गदर्शक सुचनाए दी गई.  आज शाला का पहला दिन था. लेकिन पहले ही कई अध्यापक पाजिटिव आने से अभिभावक डरे हुए थे. अधिकांश अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कुल में नही भेजना ही उचित नही समझा. 

अभिभावकों ने नही दिया संमतीपत्र

शहर तथा बडे गावों में छात्रों की थोडीबहुत उपस्थिती थी. ग्रामीण क्षेत्र के शिंदोला, शिरपूर, कायर, पुनवट, मार्डी, चिखलगाव, मंदर, वेलाबाई तथा शहर की शाला में 25 से 30 फीसदी छात्र उपस्थित थे. तो ग्रामीण क्षेत्र के मेंढोली, कलमना, परमडोह, मोहूर्ली, वांजरी, घोन्सा, साखरा (कोलगाव), ब्राम्हणी, भालर आदि शाला में एक भी छात्र उपस्थित नही था. अभिभावकों को अपनी जिम्मेदारी पर स्कुल भेज रहे ऐसा संमतीपत्र देना था. लेकिन इसमें शाला द्वारा जिम्मेदारी नही ली गई, इसलिए अधिकांश अभिभावकों ने संमतीपत्रच नही दिया.

हुई शिक्षक पालक सभा

छात्र नही होने से तहसील के कई शालाओं ने आज पालकसभा ली. तो कुछ जगह शिक्षक सभा भी हुई.  आदर्श विद्यालय, शिंदोला में पालकसभा ली गई. सरपंच विठ्ठल बोंडे, पंचायत समिति सदस्य संजय निखाडे समेत चुनिंदा अभिभावक उपस्थित थे. अभिभावकों का संमतीपत्र लेकर कल से शाला शुरू होगी ऐसा बताया गया. मार्डी में 25 फीसदी छात्र उपस्थित थे. शाला में छात्रों की थर्मल स्कॅनिंग, ऑक्सिजन लेव्हल की जाच की गई. अभिभावकों का संमतीपत्र लेकर कक्षाए शुरू होगी. घोन्सा के आदर्श विद्यालय में एक भी विद्यार्थी उपस्थित नही था. यहा शिक्षकों की सभा हुई. शाला शुरू होगी इसलिए अधिकांश शाला में सफाई की गई.

अध्यापक पाजिटिव होने से अभिभावक  निगेटिव

आठ माह बाद शाला बंद होने से छात्रों में उत्साह कम था. अब शाला शुरू  होगी इसलिए कुछ छात्रों में जबरदस्त उत्साह था. अभिभावक भी खुश थे, लेकिन अध्यापक पाजिटिव निकलने से डर का वातावरण निर्माण हुआ. वणी तहसील में 21 अध्यापक पाजिटिव आए. मारेगाव में 6 अध्यापक पाजिटिव आए है. साथही अन्य अध्यापकों की रिपोर्ट आना बाकी है.

सुरक्षा की समस्या जस की तस

सरकार ने छात्रों की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करने के आदेश दिए है. लेकिन छात्रों की सुरक्षा के लिए यह सामग्री नही है. इसमें थर्मल स्कॅनिंग मशिन, सॅनिटायझर का समावेश है. कुछ शालाओं ने यह सामग्री खरीदी है तो कुछ ने पैसे नही होने की बात कहकर इस ओर अनेदेखी की. यह खर्च वेतनेत्तर अनुदान से करने की सुचना की. लेकिन निधी नही होने व्यवस्थापन ने इस ओर ध्यान नही दिया. इसके लिए कई शालाओं के मुख्याध्यापक शिक्षकों से वसुली कर रहे है. इसे कई शिक्षकों ने विरोध किया है.