कोविड अस्पताल में मरीज त्रस्त, उस पोस्ट ने लापरवाही की उजागर

Loading

यवतमाल. स्थानीय वैद्यकीय महाविद्यालय के आईसोलेशन वार्ड में  कोरोना पाजिटिव मरिजों को काफी परेशानीयों से जुझना पड रहा है.  इस संबधी विडिओ और  पोस्ट सोशल मिडिया पर वायरल हो रहे है. मरिजों के इस पोस्ट से प्रशासनिक यंत्रणा हडबडा गई है. आइसोलेशन वार्ड में डाक्टर नही आते, कई घंटो तक पिने के पानी नही रहता. लगाई हुई सलाईन घंटों तक नही  निकाली जाती,  निकृष्ट भोजन दिया जाता है, हैरान करनेवाली बात यह है कि समयावधि समाप्त हो चुकी खांसी की दवाई देने से मरिजों की जान खतरे में है, ऐसी आपबीती मरिज द्वारा बताई गई.

यह मरिज आक्सिजन पर है, वह खांसी से त्रस्त है. मरिजों को समयसिमा समाप्त हो चुकी  दवाई दी गई. दवाई बदलकर मांगने पर दुसरी दवाई नही होने की बात कही गई. मरिजों को सैनिटायजर, मास्क नही दिए जाते, भोजन निकृष्ट होने से यहा के मरिज समाजसेवी अमनभाई के डिब्बों का इंतजार करते है, ऐसी पोस्ट में अस्पताल के डाक्टरों के कार्य के प्रति सवाल निर्माण किए गए है. साथही इस मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारी की ओर करने से कोई जवाब नही मिला, ऐसा इस पोस्ट में कहा गया. इस पोस्ट से इलाज ले रहे मरिज ने ही मेडिकल का कारोबार उजागर करने से प्रशासन द्वारा यह जानकारी गलत होने की बात कही जा रही है. 

पोस्ट बदनामीकारक है
कोरोनाबाधित मरिजों की जीभ को स्वाद नही होने से उन्हे भोजन निकृष्ट लग रहा है. एकही दिन मरिजों की संख्या अचानक बढने से पानी देरी से पहुचा ऐसी बात असप्ताल द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ती में कही गई.