- महंगी पड़ी कोविड-19 बीमारी में लापरवाही
यवतमाल. बाभुलगाव तहसील के वेणी साजा का पटवारी वाय. पी. घोसे को तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद एसडीओ अनिरूद्ध बक्षी ने निलंबित किया है. कोरोना महामारी के दौरान अत्यावश्यक सेवा देना अनिवार्य होने पर भी मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहने एवं कर्तव्य में आनाकानी करने की बात कहकर पटवारी घोसे को निलंबित किया गया.
प्राप्त जानकारी नुसार वाय. पी. घोसे यह वेणी साजा पर पटवारी के रूप में कार्यरत है. कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए साथरोग प्रतिबंधक कानून 1897 अनुसार स्थापन किए नियंत्रण समिति का ग्रामस्तरीय अध्यक्ष पटवारी मुख्यालय में हाजिर होना जरूरी है. लेकिन घोसे यह मुख्यालय में हाजिर नहीं होने तथा कोरोना संदर्भ में सरकार ने दिए निर्देश पर कार्रवाई नहीं की.
पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड इस रेड जोन शहर से वेणी में 19 मई को आए 13 नागरिकों को कोई सुविधा प्राप्त नहीं होने की शिकायतें आयी थी. उक्त नागरिक गांव में घुमते हुए पाए गए. इसकी जानकारी ग्रामवासियों ने तहसीलदार को दी. इसके बाद तहसीलदार ने अधिकारियों को बुलाकर नागरिकों को गांव की जिप शाला के आइसोलेशन वार्ड में रखा. इस दौरान समिति अध्यक्ष के रूप में पटवारी घोसे ने जिम्मेदारी नहीं निभाई तथा वे मुख्यालय में हाजिर नहीं थे. इसलिए उन्हें निलंबीत करने के आदेश उपविभागीय अधिकारी ने जारी किए.