Redbug Worm, Cotton

  • बोंड इल्ली के बाद अब उभरा नया संकट

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आर्णी. वापसी की बारिश के बाद, गुलाबी बोंडइल्ली अब रेडबग के कीटों ने कपास के बोंडों पर आक्रमण कर देने से सफेद सोने नाम से परिचत कपास की उपज में गिरावट आने की संभावना है. विविध संकटों का सामना कर रहें किसान और एक संकट से बेहाल हो गया है, ऐसी हालत तहसील किसानों की हो गई है. कपास की फसल वापसी बारिश की बर्बाद हो गई है. शुरू में सोयाबीन का नुकसान हुआ. जिसमें किसानों की लागत भी नहीं निकली. कपास की फसल को वापसी की बारिश काफी नुकसान हुआ. अब कपास की फसल के प्रत्येक बोंड से कपास नहीं गुलाबी किटकों की वजह से कपास के उत्पादन में भारी मात्रा गिरावट आने की संभावना है.

बोंड इल्ली के साथ-साथ रेडबग का भी प्रकोप दिखाई दे रहा है. कपास की फसल पर एक के बाद एक ऐसे तीन बार प्रकोप हुआ है. किसानों ने कर्ज और उधार लेकर जैसे-तैसे खरीफ का जुगाड किया. लेकिन लौटती बारिश ने किसानों के सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. किसान के पल्ले में फिर निराशा और नुकसान ही आया है. बोंड इल्ली समेत अब कपास के बोंडों पर रेडबग कीटों ने आक्रमण करने से बोंड पौंधों पर ही सुखकर काले पड रहे हैं.

किसानों पर वापसी की बारिश, गुलाबी बोंडइल्ली और अब रेडबग ऐसे तीन संकट आ गए. जिससे फसलों पर लगाई लागत भी निकलना मुश्किल दिखाई देने से, अब किसानों पर उधार चुकाने के वांदे हो गए है. जिससे किसान मुसीबत में आने से सरकार ने मदद की घोषणा की बजाए सीधे नुकसानग्रस्त किसानों सीधे मदद देकर सहयोग प्रदान करने का समय आने से नुकसानग्रस्त किसानों को अधिक से अधिक सहायता देने की मांग तहसील के किसान कर रहें है. अब किसानों पर भूखमरी की नौबत आ गई है.

मेरे खेत में कपास की फसल लगाई गई हैं और वापसी की बारिश के साथ-साथ गुलाबी बोंडइल्ली समेत अब रेडबग कीटों ने आक्रमण कर देने से कपास की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है और इस साल की जलवायु कृषि के लिए अनुकूल नहीं था. खेत में पहले चरण का कपास चुनने के बाद सिर्फ पचास किलो कपास निकला, अब दूसरे चरण कपास चुनने का मौका मिलेगा भी या नहीं. एक गंभीर स्थिति है जहां यह कहना असंभव है. -श्रीमती निर्मला बाबुरावजी जाधव (महीला शेतकरी) आर्णी.

हमारे पास पांच एकड का खेत है और ढाई एकड जमीन में सोयाबीन और कपास की फसल लगाई गई थी, लेकिन इस साल भी वापसी की बारिश ने किसानों के मुंह पर पानी फेर दिया, हाथ में आनेवाली सोयाबीन की फसल भी बर्बाद हो गई. बचीकुची उम्मीद कपास की फसल पर निर्भर थी, लेकिन अब कपास के बोंडों पर गुलाबी बोंड इल्ली के बाद लालरंग के कीटों का आक्रमण होने से अब कपास की फसल हाथ से जाने कगार पर है. -सतिश देशमूख (शेतकरी) रा,येरमल (हेटी) ता,आर्णी.

इस वर्ष वापसी की बारिश ने किसानों के लिए बिकट हालात पैदा कर दिए है, सोयाबीन का कोई उत्पादन नहीं हुआ है, साथ ही कपास की फसल पर बोंडइल्ली, रेडबग किटों के आक्रमण से कपास का अच्छा उत्पादन नहीं होगा, अब किसान तिहेरी संकटों से घिर गया है. किसान बुरी तरह से परेशान हैं, किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं. -गजानन बूक्कावार, प्रगतीशिल शेतकरी तथा कृषी केंद्र संचालक आर्णी.