यवतमाल. शहर के वड़गांव परिसर निवासी एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को बीएसएनएल विभाग का कर्मी बताकर करीब 2 लाख रुपयों से ठगने का मामला सामने आया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के वडगांव इलाके में अंजनेय सोसाइटी में निवासी रवींद्र काले (66) अपने परिवार के साथ रहता है. वह 2013 में सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हो गया है.
वह घर में मौजूद थे. इस दौरान एक अज्ञात नंबर से फोन आया और फोन करने वाले ने अपने आप को बीएसएनएल कर्मी बताते हुए अपना नाम राकेश शर्मा बताया. उसने बीएसएनएल सिम सत्यापन करने के लिए नाम, गांव, पता सहित कुछ जानकारी मांगी. इसके बाद ‘केवाईसी एनी डेस्क’ ऐप डाउनलोड करने को कहा गया.
मोबाइल का मैसेज देखकर उड़े होश
ऐप डाउनलोड करने के बाद रवींद्र काले को 10 रुपये सत्यापन शुल्क देने के लिए आरोपी ने कहा. रवींद्र काले के पास आनलाइन खाता नहीं होने से उन्होंने भुगतान नहीं किया. इसलिए उन्हें ‘फोन पे’ पर पैसे ट्रांसफर करने की सलाह दी गई, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ, इसलिए बदमाश ने फोन बंद कर दिया. कुछ समय बाद रवींद्र काले को संदेह हुआ कि सत्यापन किया गया था या नहीं. इसलिए रवींद्र काले सीधे स्टेट बैंक गए. अधिकारियों को घटना के बारे में जानकारी दी.
बैंक अधिकारियों ने एटीएम कार्ड बंद कर दिए. नया एटीएम कार्ड जारी किया. इसके बाद रवींद्र घर लौट गया. शाम करीब 6 बजे मोबाइल पर मैसेज आया. जिसमें उनके स्टेट बँक के खाते से 50 हजार, 25 हजार, 24 हजार 999 रुपये मिलाकर 1 लाख 93 हजार 999 रुपये डेबिट किये गये हैं. यह मैसेज देखकर काले के पैरों तले की जमीन खिसक गई. ठगे जाने का एहसास होने के बाद इस घटना की शिकायत पुलिस में की गई. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया.