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  • किसानों ने सादगी से मनाने का लिया फैसला

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रालेगांव. गुढ़ीपाड़वा किसानों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है. पिछले साल की तरह इस साल भी गुढ़ीपाड़वा मराठी नव वर्ष का त्योहार कोरोना द्वारा मनाया गया है. वर्तमान में कई महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के प्रकोप से डरते हैं. गुढ़ीपाड़वा नव वर्ष को लाकडाउन की वजह से सादगीपूर्वक मनाया जाएगा.

ग्रामीण क्षेत्रों में गुढ़ीपाड़वा त्योहार से पहले की रात, किसान और सालगी खेत में बलि की रस्सियां बनाकर आम के पत्तों के तोरण बनाते हैं. इस शुभ दिन पर जब न्यू ईयर ट्रेन काम पर आती है तो गुढ़ीपाड़वा, परिवार के सदस्यों और दोस्तों की शाम में मैदान में दाल पानी कार्यक्रम करें. जिले और राज्य में कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार के कारण किसानों की जिम्मेदारी है कि वे घर के सामने गुढ़ीपाड़वा पूजा करें.