यवतमाल. जिले के सभी निजी अस्पतालों में अब तक टीकाकरण शुरू नहीं होने से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई संस्थाओं तथा नागरिकों ने निजी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र शीघ्र शुरू करने की मांग की है. जिले में सरकार की ओर से 192 टीकाकरण केंद्र प्रारंभ किए गए है. अब हर कोई टीका लगवाने के लिए खुद होकर सामने आ रहा है.
इन केंद्रों में काफी भीड़ हो रही है. 18 से 44 वर्ष के उम्र गुट में पहले टीके के लिए व 45 से आगे क गुट में दूसरे टीके के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने से समस्या
टीके उपलब्ध नहीं होने से संबंधित केद्रों में लगातार एक सप्ताह भी टीकाकरण जारी नहीं रहता. सरकारी केंद्रों से लोगों को बार-बार वापस आना पड़ रहा है. इससे कई लोग अब निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों में जाकर रुपए देकर टीका लगवाने को तैयार है पर उन्हें भी निराश होना पड़ रहा है.
निजी अस्पताल वालों को टीका ही उपलब्ध नहीं करने से वहां टीकाकरण बंद है पर अब जिले के निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों के संबंध में राज्य सरकार से निर्देश जारी किए गए है. कोविड एप द्वारा उन्हें सुधारित दरों से अब टीका लगाने के निर्देश है. प्रशिक्षण भी शुरू किया गया है. जिले के 6 निजी टीकाकरण केंद्र चलानेवालों के पास मई का पुराना स्टॉक बचा था, जो उपयोग में लाने के आदेश दिए गए है. इसके बाद इन केंद्रों में पुरानी दर से 250 रुपए प्रति टीके के हिसाब से टीके लगाए जा सकेंगे.
लोहारा केंद्र पर लोग पहुंचे पर कर्मचारी नदारद
वसंतराव नाईक शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय में कोरोना रोधी टीकाकरण शुरू है, वैक्सीन नियमित रूप से उपलब्ध नहीं होने से उसमें बाधा आ रही है. जागरी स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भी टीकाकरण की यही स्थिति है. वहां रविवार को भी टीका दिया जाता है. उपलब्धता की समस्या कायम है. ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य मशीनरी रविवार को काम नहीं करती. टीके उपलब्ध होने पर भी रविवार को टीकाकरण बंद रखा जाता है. यवतमाल शहर के पास लोहारा के टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन आने की जानकारी मिलते ही रविवार को लोग पहुंचे पर कर्मचारी नहीं आए.