बढती मरिज संख्या रोकने के लिए कडे कदम उठाए – पालकमंत्री संजय राठोड

  • जनप्रतिनिधि और प्रशासन की हुई सभा

Loading

यवतमाल. जिले में गत सप्ताह में कोरोनाबाधित मरिजों की संख्या में काफी वृध्दी हुई है. आज की स्थिति में जिले में कुल जितने मरिज है उसमें से 50 फीसदी मरिज केवल 10 से 12 दिनों में दाखिल हुए है.  मरिजों की संख्या इसी तरह बढती रही तो यवतमाल जिले की स्थिति भी आसपडौस के जिले की तरह होगी.  कोरोनाबाधितों की बढती संख्या रोकने के लिए प्रशासन कडे निर्णय ले ऐसे निर्देश पालकमंत्री संजय राठोड द्वारा दिए गए.  बढती मरिजों की संख्या की तर्ज पर पालकमंत्री ने तुरंत जनप्रतिनिधि और प्रशासन की सभा बुलाई. इस सभा में वे बोल रहे थे. नियोजन सभागृह में हुई सभा में जि.प.अध्यक्षा कालिंदा पवार, विधायक डा. वजाहत मिर्झा, इंद्रनील नाईक, मदन येरावार, डा. अशोक उईके, संजीवरेड्डी बोदकूरवार, नामदेव ससाणे, यवतमाल की नगराध्यक्षा कांचन चौधरी, वणी के  नगराध्यक्ष तारेंद्र बोर्डे, दारव्हा के  नगराध्यक्ष बबन इरवे, पांढरकवडा की नगराध्यक्षा वैशाली नहाते, जिलाधिकारी एम.डी.सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जलज शर्मा, पुलिस अधिक्षक एम. राजकुमार आदी उपस्थित थे.

कुछ दिनों पहले कोरोनामुक्त हुआ यवतमाल शहर  फिर से कोरोना की रडार पर है. ग्रामीण क्षेत्र में भी मरिज पाए जा रहे है, ऐसा बोलकर  पालकमंत्री राठोड ने कहा कि नागरिकों का मुक्त संचार शुरू है.  लॉकडाऊन में सरकार ने थोडी सहुलियत देने के बाद नागरिक बेझीझक घुम रहे है. नागरिकों की यह लापरवाही स्वयं के और दुसरों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. इसलिए प्रशासन द्वारा कदम उठाना जरूरी है.  जिला प्रशासन नागरिकों के लिए दिनरात कार्य कर रहा है. सभी जनप्रतिनिधीयों ने संकट काल में सरकार और प्रशासन को सहयोग करना जरूरी है.  थोडे कडे निर्णय लिए गए तो हम   जिले में पुर्वस्थिति निर्माण कर सकते है, ऐसा विश्वास पालकमंत्री ने व्यक्त किया. आगे उन्होने कहा कि पुलिस  जिले की सीमा पर कडी जांच करें, साथही तहसील अंतर्गत यातायात पर पाबंदी लाए, जिले के विविध हॉटस्पॉट के लिए संबंधित पालिका क्षेत्रनिहाय नियोजन करें, कोरोनाबाधित मरिजों की संख्या ग्रामिण क्षेत्र में भी बढ रही है.

इसी तर्ज पर जिला परिषद प्रशासन ध्यान केंद्रीत कर  सुक्ष्म नियोजन करें, नीजी अस्पताल में किसी मरिज का आपरेशन हो तो उसकी कोवीड जांच करना जरूरी है.  ऐसी स्थिति में संबंधित मरिजों के सैम्पल की जांच वैद्यकीय महाविद्यालय तुरंत कराए, जिससे संबधित व्यक्ति के आपरेशन में बाधा निर्माण ना हो, दुकानों का समय कम करने संबंधी तथा बाजार में दुकान में भीड ना हो इस का भी नियोजन करने की दुचना दी गई.  दुकानों के लिए प्रशासन द्वारा तय की गई समयसीमा के अलावा अन्य समय में बाहर घुमनेवाले लोगों पर पुलिस कार्रवाई करें ऐसे निर्देश पालकमंत्री द्वारा दिए गए. इस समय जिलाधिकारी एम.डी.सिंह ने प्रेझेंटेशन किया. निवासी उपजिलाधिकारी ललितकुमार व-हाडे ने संचालन किया. सभा में अपर जिलाधिकारी सुनील महिंद्रीकर, वैद्यकीय महाविद्यालय के  अधिष्ठाता डा. आर.पी.सिंह, कोरोना नियंत्रण समन्वयक डा. मिलिंद कांबले, जिला शल्य चिकित्सक डा. तरंगतुषार वारे, प्रभारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. पी.एस.चव्हाण, उपविभागीय अधिकारी अनिरुध्द बक्षी, तहसीलदार कुणाल झाल्टे आदी उपस्थित थे.