- स्वास्थ्य विभाग ने की लोगों से टेस्ट कराने की अपील
करंजी (पांढरकवड़ा). कोरोना टेस्ट पाजिटिव होने पर क्वारंटाइन होने के डर से टेस्ट से भाग जाते हैं. जिससे संक्रमण फैलने का डर ज्यादा है. जिसके चलते इससे घबराने की बजाए जांच करने की अपील स्वास्थ्य प्रशासन की ओर से की गई है. चिकित्सा विशेषज्ञ के मुताबिक कोरोना पूरी तरह से ठीक हो सकता है. राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या फिर बढ़ रही है.
इस बीच ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में सुपर स्प्रेडर रोगियों को खोजने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है. सभी की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. कई रोगी एक सकारात्मक रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. इससे कोरोनाबाधित मरीजों की संख्या बढ़ने का खतरा भी बढ़ गया है. कुछ स्थानों पर ऐसे रोगियों का इलाज करने पुलिस की सहायता लेनी पड़ी है.
‘कोरोना का परीक्षण करें और बिना घबराहट के आईसीयू बिस्तर का इंतजार करने से पहले दवा लें. एक व्यक्ति की गलती से 10 लोगों में कोरोना हो सकता है. बीमारी छिपी नहीं है, किंतु दुर्भाग्य से आज हो रहा है. परिणामस्वरूप कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है. यहां तक कि जिन लोगों को 10 दिनों तक बुखार रहने के बाद भी कुछ बताते नहीं और उनका इलाज आक्सीजन के स्तर में गिरावट के बाद उपचार लेते हैं, जिससे डाक्टर भी कुछ नहीं कर सकते. घबराइए नहीं लक्षणवालों को तुरंत अपनी जांच करा लेनी चाहिए. ‘किसी के पास डरने का कोई कारण नहीं है. इस श्रृंखला को तोड़ने के लिए परीक्षण किया जाना और उपचार करना एकमात्र तरीका है.