यवतमाल वासियों की समस्या नप के राजनीति से दुर्लक्षित

  • जनप्रतिनिधियों की अनेदखी, हर प्रभाग में कचरों के ढेर
  • गुरुदेव युवा संघ ने आंदोलन की चेतावनी

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यवतमाल. यवतमाल नगर परिषद किसी ना किसी विषय को लेकर चर्चा में रहती है. लेकिन नगर पालीका के मनमाने प्रबंधन के कारण, अब यवतमालवासियों का संजय का बांध फूटने की कगार पर है. नगर परिषद क्षेत्र में घंटागाडी अनियमित रूप से जाती है, इस वजह से विविध प्रभागों में कचरों के ढर इकट्ठा हुए है. नगर पालीका का विकास कागज पर दिखता है. ठेकेदारों के मनमाने कारोबार का खामियाजा जनता भूगतना पड रहा है. 

विविध प्रभागों में रास्तों का निर्माण नहीं हुआ तथा नालियां है पर नियमित सफाई नहीं होती, परिणामी किसी प्रभाग क्षेत्र में नालीयों का निर्माण नहीं हुआ. इस वजह से पानी रास्तों पर फैलता है, जिसपर सुअरों का साम्राज्य रहता है. इस पर नगर पालीका की पूरी तरीके से अनदेखी हो रही है, ऐसा आरोप भी गुरुदेव युवा संघ के अध्यक्ष मनोज गेडाम ने किया है.

यवतमाल नगर परिषद नगर परिषद की सीमाओं के विस्तार के बाद से नागरिकों की बुनियादी सुविधाओं को जानबूझकर उपेक्षित कर रही है. शहर के कई वार्डों में, न सड़कें हैं, न नालियाँ हैं, न ही कोई स्ट्रीट लाइट, नियमित रूप से कचरा ले जानेवाली गाडियां भी नहीं आती. इसलिए लोगों के घरों में सीवेज रिसता है, नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरे में डालता है. लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि इसकी अनदेखी कर रहे हैं. गुरुदेव युवा संघ ने शहर में मूलभूत सुविधाओं से वंचित वार्डों के बारे में नगर परिषद यवतमाल से संपर्क किया है. यवतमालवासियों की समस्याओं का निवारण जल्द न करने पर गुरूदेव युवा संघ के अध्यक्ष मनोज गेडाम ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है.