कर्ज मंजुरी के लिए सब्जी बिक्रेताओं ने दी बैंक पर दस्तक

  • गुरुदेव युवा संघ के नेतृत्व में हुआ आंदोलन

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यवतमाल. एकओर कोरोना का महाभयानक संकट है तो दुसरी ओर गुजारे की समस्या निर्माण हुई है. ऐसे में परिवार कैसे चलाए ऐसी समस्या यवतमाल शहर के सब्जी बिक्रेताओं के सामने निर्माण हुई. स्थानीय सब्जी बिक्रेता, फल बिक्रेता, फेरीवालों का अर्थकारण रोजाना होनेवाली कमाई पर निर्भर है. गत डेढ माह से प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना के आवेदन नगर परिषद की ओर से  एलआरओ मंजुर हुए. लेकिन बैंक की उदासीन धोरण से कर्जदारों को काफी दिक्कतों से जुझना पड रहा है. 

आज 12 बजे के दौरान गुरुदेव युवा संघ के मनोज गेडाम के नेतृत्व में सभी लाभार्थीयों ने स्टेट बैंक आफ इंडिया पर दस्तक देकर अपनी समस्याए रखी. बैंक ने रोज मजदुरी करनेवाले तथा रोजंदारी करनेवाल लोगों के लिए विविध प्रकार की योजनाए कार्यान्वित की. इस योजना को बैंक कर्मियों द्वारा गंभीरता से  नही लिया जा रहा. गत कई दिनों से शहर के सब्जी बिक्रेताओं ने सभी शर्तो की पूर्तता कर भारतीय स्टेट बैंक में 10 हजार रू. के कर्ज के लिए आवेदन किए थे.

लेकिन कोई जाच पडताल न कर सभी कर्जदारों के मामले स्टेट बैंक की डस्टबीन में होने की बात उजागर हुई. इसके बाद गुरुदेव युवा संघ के मनोज गेडाम ने शहर के सब्जी बिक्रेताओं को एवं फल बिक्रेताओं को जमा कर आज स्टेट बैंक पर दस्तक दी.  जबतक शाखा व्यवस्थापक कर्जदारों को लिखित आश्वासन नही देते तबतक व्यवस्थापक के चेंबर में  ठिय्या आंदोलन किया गया. इसमें सुमन वानखडे , विजय गायकवाड, सरला कसारे अर्चना मुंगले , सुमन भेंडे, शयनाथ शेख अहमद शामिल हुए थे.