Water Crisis
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    यवतमाल (का). मानसून आने पर जिले के 41 गांवों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है. 223 गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए 194 निजी कुओं व बोरवेल का अधिग्रहण किया गया है. जिले में पानी की किल्लत 5वें स्थान पर पहुंच गई है. पिछले सीजन में हुई संतोषजनक बारिश के चलते इस वर्ष पानी की किल्लत सहन करने की उम्मीद थी. जिप ने 5 करोड़ 94 लाख 87 हजार की कार्ययोजना तैयार की थी.

    265 उपाययोजना का रखा प्रस्ताव

    265 उपायों का प्रस्ताव रखा गया है. इनमें अस्थायी पूरक प्लंबिंग योजनाएं, प्लंबिंग योजनाओं की विशेष मरम्मत, निजी कुओं का अधिग्रहण, कुओं को गहरा करना, गाद हटाना और टैंकर और बैलगाड़ी की ओर से पानी की आपूर्ति का प्रावधान शामिल था. जिले के 13 तहसीलों के 223 गांवों में 194 निजी कुओं का अधिग्रहण किया जा चुका है. 29 गांवों में निजी बोरवेल का अधिग्रहण किया गया है. 194 कुओं और 29 बोरों से 3 लाख 209 लोगों की प्यास बुझाई जा रही है. 43 गांवों में सबसे अधिक 39 निजी कुएं और 4 निजी बोरवेल आर्णी तहसील में अधिग्रहित किए गए हैं. 

    41 गांवों को टैंकर का सहारा 

    जिले के 8 तहसील में 41 टैंकरों से 49,994 लोगों को पानी की आपूर्ति की जा रही है. कुछ गांवों में सिर्फ एक और बड़े गांवों में टैंकर के 2 चक्कर लग रहे हैं. जिले में करीब 3.50 लाख लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं. हिरन चल रहा है. जल्द ही टैंकरों की संख्या कम होने की उम्मीद है. 8 तहसील में पुसद, आर्णी, यवतमाल, बाभुलगांव, कलंब, केलापुर, झरी जामणी व घाटंजी के 41 गांवों में टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है. पुसद तहसील के अधिकांश गांव शामिल हैं. तहसील में खंडाला-अमृतनगर, लोहारा (खुर्द), बूटी इजारा, लोहारा इजारा, सावरगाय बंगला, मारवाड़ी रघु, कारला, म्हैसमाल, वडसद, जवला, आडगाय, हनवतखेड़ा, हिवलणी खु., रामनगर, जवाहरनगर, हिवलनी त. पन्हाला, येलदरी, अमृतनगर, बालवाड़ी, नानद, वडगांव, आमदारी आदि बाभूलगांव तहसील में सारफली, कलंब तहसील में किनवट, केलापुर तहसील में पिंपरी बोरी, झरी जामनी तहसील में मुघाटी और मांडवा और घाटंजी तहसील में नामापुर तांडा, ससानी, निंबर्डा, पांढुर्णा बु. आदि गांवों में टैंकर का पानी पहुंचाया जा रहा है.