- नेर 15,बाभूलगाव18, पुसद 21,घाटंजी 11,वणी 55,दिग्रस 13,महागाव 11,कलंब 9 ,मारेगाव 7,आर्णी 4,पांढरकवाडा 3,दारव्हा 3
यवतमाल. कोरोना बीमारी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. सरकारी अस्पतालों में भर्ती पांच से दस मरीज हर दिन अपनी जान गंवा रहे हैं. बुधवार की दोपहर तक, कोरोना ने मंगलवार रात से 11 लोगों को मार डाला था. अब जिले में मौत का आंकड़ा 180 तक पहुंच गया है.मरीज को इलाज के लिए भर्ती कराने के बाद भी उसकी हालत में सुधार होता नहीं दिख रहा है. चिकित्सा टीम, जो कभी इलाज में 100 प्रतिशत सफल थी. अब कोरोना के सामने असहाय नजर आ रही है.
बुधवार को दोपहर तक, 241 नए सकारात्मक रोगियों को जोड़ा गया था. कोरोना में 11 लोग मारे गए. इनमें यवतमाल छह, आर्णी दो, महागांव, उमरखेड, दरवेश एक-एक शामिल हैं. बुधवार दोपहर सकारात्मक परीक्षण करने वाले 241 रोगियों में से 71 यवतमाल के थे. वणी के 55, पुसद के 21, बाबुलगांव के 18 और नेर के 15, दिग्रस 13, महागांव 11, कलंब 9, मारेगांव 7, आर्णी 4, पांढकवडा 3, दारव्हा 3 हैं. अब तक, 6,394 कोरोना रोगियों ने सकारात्मक परीक्षण किया है.
वर्तमान में सक्रिय सकारात्मक रोगियों की संख्या एक हजार 765 है. और रोगियों की संख्या कोरोना से छुट्टी दे दी, वह चार हजार 195 है.मरीजों की संख्या में वृद्धि के कारण, सरकारी अस्पतालों में उपचार प्रणाली ध्वस्त हो गई है. अब मरीजों के अपंग होने की शिकायतें आ रही हैं.अक्सर रिश्तेदारों को भी नहीं पता होता है कि उनका मरीज कहां है. मरीज को सारी के वार्ड में एक संदिग्ध व्यक्ति के रूप में भर्ती कराया गया.कभी सारी तो कभी कोविड वॉर्ड में रोगी को रखा जाता है.