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  • जिले में 55 लाख 69 हजार क्विंटल कपास की खरीद

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यवतमाल. सरकार ने किसानों से कपास खरीदने की सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, ताकि किसानों को खरीफ सीजन के दौरान बीज ओर उर्वरक खरीदने के लिए पैसा मिले और फसल ऋण के लिए साहूकारों के पास न जाना पडे. तद‍्नुसार यवतमाल जिल के पालकमंत्री एवं जिलाधिकारी एम. डी. सिंह ने कपास खरीदी के बारे में समय-समय पर कपास खरीद विभाग की समीक्षा की. पंजीकृत किसानों को कपास की खरीद की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए. परिणामस्वरूप जिले में 55 लाख 69 हजार 500 क्विंटल कपास की खरीद की गई है. उल्लेखनीय है कि यवतमाल जिला राज्य में कपास की खरीद में अग्रणी है, ऐसा सहकार विभाग ने कहा है.

यवतमाल जिले में कुल 2 लाख 69 हजार 534 किसानों की ओर से करिबन  55 लाख 69 हजार 500 क्विंटल कपास खरीदी किया गया है. जिले के पालकमंत्री संजय राठोड यह शुरूवात से पंजीकृत किसानों का कपास खरीदी के बारे में बहुत जोर दे रहे थे. उन्होंने आदेश दिया था कि निर्धारित समय के भीतर कपास की खरीद कर किसानों को तुरंत चुकाया जाना चाहिए. इसके लिए सीसीआई, कॉटन मार्केटिंग फेडरेशन, को-ऑपरेशन विभाग, संबंधित जिनिंग मालीकों के साथ लगातार बैठकें ली. लॉकडाउन की स्थिति के बावजूद किसानों के घरों से कपास की खरीद की जाए, जिनिंग में मजदूरों की कमी और मानसून की शुरुआत आदि दिक्कते सामने रहने पर भी किसानों के घरों से कपास की खरीद की जाए, इस बारे में जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे.

तदनुकसान, जिलाधिकारी एम. डी. सिंह ने भी तालुका में जिनिंग का दौरा किया और कपास की खरीदी का जायजा लिया. जैसे ही यह देखा गया कि धोखाधडी कहां हुई थी, यह निर्देशन में आते संबंधितों को खरीखोटी सुनाई. इन सभी कारकों के परिणामस्वरूप, जिले ने 55 लाख 69 हजार 500 क्विंटल कपास की खरीद की और राज्य में शीर्ष स्थान हासिल किया. कपास खरीद में राज्य कपास विपणन महासंघ ने 45 हजार 534 किसानों से 10 लाख 60 हजार 500 क्विंटल, सीसीआय ने 1 लाख आठ हजार 253 किसानों से 21 लाख 30 हजार क्विंटल, प्रत्यक्ष पणन लाइसेंसधारकों ने 28 हजार 806 किसानों की ओर से  1 लाख 11 हजार 900 क्विंटल,  निजी मार्केट में 40 हजार 156 किसानों के तरफ से 10 लाख 98 हजार क्विंटल, बाजार समिति के लाइसेंस प्राप्त व्यापारियों ने 46 हजार 802 किसानों से 11 लाख 68 हजार क्विंटल कपास खरीदा है. जिले में लॉकडाउन के पश्चात 49 हजार 56 किसानों की ओर से 11 लाख 48 हजार  क्विंटल कपास खरीदा गया है. तो कोविड-19 के प्रकोप से पहले जिले में 2 लाख 20 हजार 478 किसानों से 44 लाख 21 हजार क्विंटल कपास की बिक्री के लिए पंजीकरण कराया था. जिसमें 42 हजार 91 शेतकरी पात्र हुए थे.