heat wave
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  • मौसम में बदलाव का असर दिखने लगा

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वणी. मौसम में बदलाव महसूस होने लगा है. वृक्ष भी पुराने पत्तों को अलविदा कह रहे हैं ताकि नई कोपलों के साथ नए मौसम का स्वागत कर पाएं. ठंड विदा हो चुकी है. सूरज की किरणें चुभने लगी है पारा भी चढ़ता जा रहा है. रात में पंखे शुरू हो गए हैं. गरम कपड़ों की पैकिंग भी शुरू हो चुकी है.

सुबह-सुबह ठंड  अपने अस्तित्व का जरूर अहसास कराने पर तुली है. लेकिन यह ठंड नौ-दस बजते -बजते सूरज की तपिश के सामने टिक नही पा रही.स्टील सिटी के नागरिक गर्मी के स्वागत की तैयारी मे लग गए है. इन तैयारियो से ही लगने लगा है कि अब गर्मी आने ही वाली है. भारी ठंड के कारण जिन लोगा ने मॉर्निंग वॉक बंद कर दिया था वे अब  घरो से बाहर निकलने लगे है. शाम को पार्क मे घूमने वालो की संख्या भी बढ गई है. लगभग एक सप्ताह मे ठंड नदारद हो गई है. दोपहिया वाहन चालक अब स्वेटर , जैकट मे नजर नही आ रहे.  कडकडाती ठंड से जूझते शहरवासियो को मौसम की हल्की ठंडक सुहानी लगने लगी है. मगर वह ज्यादा दिनो तक टिकने वाली नही है. क्योकि गर्मी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. जिसके कारण रात का तापमान भी बढने लगा है. दिन का तापमान भी 30-33 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. सूरज की तपिश भी महसूस होने लगी है. लोगो के कंठ सूखने लगे है और गला तर करने के लिए पानी भी अधिक पीया जाने लगा है.

सजने लगा मटकों का बाजार

गर्मी के दिनो मे मिट्टी के मटको की मांग काफी बढ जाती है. इन चार महीनो मे ही पूरे वर्षभर का कारोबार कर लिया जाता है. गर्मी के स्वागत के लिए शहर मे जगह-जगह मटको का बाजार भी सजने लगा है. नागरिको ने इसे खरीदना भी शुरू कर दिया है. 50 रूपए से लेकर 120 रूपए तक टोंटी वाले छोटे – बडे मटके बाजार मे सजे है. सादे मटको की बिक्री भी शुरू हो गई है. देसी फ्रिज के नाम से प्रसिध्द मटके का ठंडा पानी गला तर करने का सबसे अच्छा साधन माना जाता है.

जगह – जगह नारियल पानी

वणी शहर मे चुनिंदा जगहो पर बारह महीने नारियल पानी का आनंद लिया जा सकता है मगर गर्मी के दिनो मांग कई गुना अधिक बढ जाती है. गर्मी से निपटने के लिए लोगो मे नारियल पानी पीने का क्रेज बहुतअधिक है. इसलिए शहर मे जगह – जगह नारियल पानी बेचने वाले नजर आने लगे है. मलाई और बगैर मलाई वाले नारियल 25 से 50 रूपयो तक उपलब्ध है. चाय-पानी की जगह अब शीतल पेय और आइसक्रीम पार्लर मे भी ग्राहको की संख्या बढने लगी है. ठंड मे नदारद गन्ना रस के ठेले फिर चौराहो और सडको के किनारे नजर आने लगे है. गर्मी से राहत पाने के लिए गन्ने का रस भी लोगो को खूब भा रहा है. बस स्टेंउ , गांधी चौक , समेत अन्य स्थानो पर गन्ना रस बेचने वाले देखे जा सकते है.