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  • केवल किसानों की गाडीयों का ही चालान

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यवतमाल. यवतमाल के यातायात पुलिस ने नेर में पेट्रोलिंग कर रही थी. इसी दौरान आजंती मार्ग पर केवल किसानों की ही गाडीयों को टार्गेट किया गया. साथही किसानों से बदससलुकी किए जाने से किसानों में यातायात पुलिस के प्रति काफी  रोष है. यातायात पुलीस किसानों के वाहनों को ही  टार्गेट करती है. मामुली वजह के लिए   चालान करते है, तो पहचानवाली गाडीयों को जाने दिया जाता है. सरकार गरिबों की है या पैसेवालों की ऐसा सवाल किसान पुछ रहे है. कोरोना  महामारी में किसानों की समस्याओं में वृध्दी करने का काम पुलिस प्रशासन द्वारा हो रहा है. अवैध यातायात, ओव्हरलोड गाडीयां, बिना कागजादों की गाडीयां, नियमबाह्य चलाईजानेवाली गाडीयां, पीयूसी, लाईसन्स, परमिट, बिमा आदि जरूरी कागजाद न होने पर अथवा नियम नुसार नही चलनेवाली गाडीयों का चालान करना पुलिस का  कर्तव्य है. लेकिन इन सभी नियमों को ताक पर रख जानबुझकर खेतमाल ले जा रहे, बुआई के लिए जा रही गाडीयों को यवतमाल यातायात शाखा पुलिस ने टार्गेट किया. साथही मामुली वजह के लिए बदसलुकी कर गालीगलौच की गई.   

संतोष गाडे यह किसान अपने भाई की गाडी में खेत में बुआई के लिए सोयाबीन और खाद लेकर जा रहे थे. दौरान ट्रॅफिक पुलिस ने उन्हे रोका.  गाडी के कागजाद की जांच की गई. वाहन में  परमिट, लायसन, बिमा, पीयूसी, सीट बेल्ट लगाया हुआ ड्रायव्हर, आदि सभी ठिक होने के बावजुद गाडी के सामने केवल  हायलाईटर नही इसलिए चालान किया गया. साथही खेतमाल की यातायात करनेवाली अन्य गाडीयों को भी रोककर चलान किया गया. किसानों के गाडीयों के अलावा अन्य किसी गाडीयों को नही रोका गया. कोई जांच न कर केवल मैत्रिपूर्ण संबंध से उन्हे छोडा गया. किसानों से बदसलुकी कर उन्हे डाटकर महंगी चलान करने की धमकी दी. यातायात पुलिस द्वारा हमेशा विविध जगह चालान के नाम पर वाहनचालकों से पैसे वसुले जा रहे है. जिनके पास कागजाद पुर्ण नही होते उनके द्वारा रक्विेस्ट करने पर ऐसे मामले जगह पर ही सेट किए जाते है. लेकिन जो वाहन उचित है, जिनके पास सभी कागजाद है, जो पैसे नही देते उन्हे मनचाहा चालान करने के मामालों में वृध्दी हुई है. 

किसानों में निर्माण हुआ रोष
स्वयं पालकमंत्री संजय राठोड के चुनाव क्षेत्र में किसानों के साथ पुलिस द्वारा इस तरह का बर्ताव होने से किसानों में  रोष नर्मिाण हुआ है. केवल खेतमाल की आपुर्ति करनेवाली गाडीयां, खेती के काम के लिए इस्तेमाल होनेवाली गाडीयों को ही टार्गेट किया जा रहा है. पहचानवाली गाडीयों को छोडा जाता है. अवैध यातायात करनेवाले पुलिस के सामने निकल जाते है, पालकमंत्री संजय राठोड इन कर्मियों पर क्या कार्रवाई करते है इस ओर सभी की नजरे लगी है.