आर्टिकल

Published: Sep 09, 2021 01:15 PM IST

AUS vs AFGऑस्ट्रेलिया ने दी तालिबान को धमकी! नहीं खेलने दिया महिलाओं को क्रिकेट तो भूल जाएं पुरुष टेस्ट मैच

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) का राज आने के बाद से ही महिलाओं पर अत्याचार शुरू हो गया है। तालिबान ने अपनी सरकार बनाने के बाद यह निर्णय लिया है कि किसी भी खेल में महिलाएं (Taliban bans women’s sports) शामिल नहीं हो सकती। वह अब स्पोर्ट्स में भाग नहीं ले सकती, उन पर रोक लगा दी गई है। तालिबानियों का मानना है कि खेल खेलने से महिलाओं के शरीर की नुमाइश होती है। तालिबान के इस फैसले के बाद अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) ने उन्हें धमकी दे दी है। 

नहीं होगा ऑस्ट्रेलिया के साथ मैच 

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने तालिबान से कहा है कि जब तक अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार महिलाओं के क्रिकेट की अनुमति नहीं देती है, तब तक वह अफगानिस्तान की पुरुष टीम के साथ किसी भी फॉर्मेट का क्रिकेट नहीं खेलेंगे। बता दें, दोनों टीमों के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच 27 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच खेला जाना है, जो कि दोनों देशों के बीच यह पहला टेस्ट मैच होगा। 

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बयान में कहा गया, ”महिलाओं की क्रिकेट को भी वे पुरुषों के खेल की तरह ही अहमियत देते हैं। अगर महिलाओं को खेलने नहीं दिया जाएगा तो अफगानिस्तान ऑस्ट्रेलिया की धरती पर क्रिकेट नहीं खेल पाएगा।”

अन्य देश भी खेलने से कर सकते हैं इंकार 

लेकिन, अब ताजा हालात देखते हुए माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच नहीं खेला जाएगा। अगर ऐसा होता है तो यह अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए तगड़ा झटका होगा, साथ ही उन्हें काफी नुकसान भी होगा। वहीं माना जा रहा है कि तालिबान के इस सोच के विरोध में अन्य देश भी अफगानिस्तान के साथ खेलने से इंकार कर सकते हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) अपनी पहली महिला राष्ट्रीय टीम को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार था, लेकिन तालिबान के आने के बाद अब ऐसा संभव नहीं लग रहा है।

गंवाना पड़ेगा ICC के रेगुलर मेंबर का दर्जा 

ज्ञात हो कि, अगर तालिबान महिला क्रिकेट को बैन कर देता है तो अफगानिस्तान को आईसीसी के रेगुलर मेंबर का दर्जा भी गंवाना पड़ेगा। जो उसके लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि, आईसीसी सिर्फ उन्हीं देशों को रेगुलर मेंबर का दर्जा देता है जिसकी महिला क्रिकेट टीम भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलती हो।