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Published: Feb 21, 2023 12:08 PM ISTTwo degree coursesबड़ी खबर! अब एक साथ कर सकेंगे दो डिग्री कोर्स, UGC जल्द लागू करेगा नए नियम, पढ़े डिटेल्स
नई दिल्ली: बहुत से युवा ऐसे होते है जो बहुत सारे डिग्री कोर्सेस करने की चाह रखते है, वो भी कम समय में। ऐसे में यह खबर उन युवाओं के लिए बहुत अच्छी है जो ज्यादा से ज्यादा डिग्री कोर्सेस करना कहते है। बता दें कि नए शैक्षणिक सत्र से विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा में बड़े बदलाव होंगे। जी हां केंद्रीय विश्वविद्यालयों के छात्र एक साथ दो कोर्स कर सकते हैं। इस योजना को सरकार ने मंजूरी दे दी है। केवल केंद्रीय विश्वविद्यालयों पर मुहर लगनी है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों से स्वीकृति मिलते ही आप एक ही समय में दो पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर सकेंगे। छात्रों के पास एक कोर्स नियमित रूप से और दूसरा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अध्ययन करने का विकल्प होगा। आइए जानते है पूरी खबर…
UGC का ये है उद्देश्य
ऐसे में अब एक साथ दो कोर्स की आजादी नई शिक्षा नीति का अहम हिस्सा है। इसके तहत देश भर के छात्र एक ही समय में दो डिग्री कोर्स पूरा कर सकेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने इसके लिए नए प्रावधान भी किए हैं। यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार के मुताबिक नए शैक्षणिक सत्र से छात्रों के लिए इंटर्नशिप अनिवार्य होगी। इसका उद्देश्य बाजार की मांग के अनुसार छात्रों के कौशल का विकास करना है। साथ ही छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
यूजीसी के चेयरमैन ने कहा ने कहा…
यूजीसी के चेयरमैन ने यह भी कहा है कि छात्रों को फील्ड में जाना होगा और कम्युनिटी आउटरीच और प्रोजेक्ट्स पर काम करना होगा। उद्योगों के सहयोग से इंटर्नशिप कार्यक्रम चलाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूजी और पीजी छात्रों को शिक्षा के कई अवसर मिलेंगे। छात्रों को अधिक से अधिक विकल्प उपलब्ध कराने के लिए अधिक से अधिक सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स शुरू करने होंगे।
विश्वविद्यालयों में प्राध्यापकों की प्रैक्टिस नियुक्ति शुरू
खबरों के मुताबिक केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रैक्टिस के प्रोफेसरों की नियुक्ति शुरू हो गई है. अभ्यास करने वाले प्रोफेसर वे लोग होते हैं जिनका प्राथमिक पेशा अध्यापन नहीं है और जिनके पास पीएचडी नहीं है। ऐसे व्यक्तियों को उनके पेशेवर अनुभव के आधार पर पढ़ाने के लिए नियुक्त किया जाएगा
प्रेक्टिस के प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर अपने संस्थानों के नियमों में आवश्यक बदलाव करने को कहा है. यूजीसी ने इस दिशा में हुए कार्य की प्रगति को अपनी वेबसाइट पर साझा करने को भी कहा है। यूजीसी ने प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की नियुक्ति के लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया है।