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Published: Jun 01, 2021 04:39 PM IST

Amitabh Bachchanअमिताभ बच्चन ने कोरोना काल में पत्रकारों के लिए बढ़ाया मदद का हाथ, दिया महीनों के राशन-पानी का खर्च

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई:  देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। कोरोना की वजह से इस वक़्त पूरा देश परेशान है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है। जिसके चलते राज्य में फिर एक बार लॉकडाउन लग गया है। पिछले कुछ दिनों में पूरे देश में लाखों की संख्या में लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ऐसे में नेता हो या अभिनेता कोई भी कोरोना के कहर से नहीं बच पा रहा है। रोजाना किसी न किसी एक्टर के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आ रही है। ऐसे में लोगों को वैक्सीन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। 

बॉलिवुड सिलेब्स लोगों की हर तरह से मदद करने की कोशिश में हैं। सेलेब्स दवा, ऑक्सीजन, भोजन आदि से मदद कर रहे हैं। सोनू सूद(Sonu Sood) आज भी लोगों की मदद करने में लगातार लगे हुए हैं। सलमान खान(Salman Khan) भी लोगों तक खाना पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी बीच इसी बीच महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) लगातार अलग-अलग क्षेत्रों के वंचित और जरूरतमंद लोगों की सहायता में लगे हुए हैं। सूत्रों से पता चला है कि बिग बी ने हाल ही में कई फ्रीलांस जर्नलिस्टों की महीनों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया।

फ्रीलांस पत्रकार और फोटोग्राफर्स काम न होने की सूरत में गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बिग बी ने हाल ही में कई पत्रकारों को आर्थिक सहायता देकर उनकी राशन-पानी, बिजली का बिल, मकान का किराया, बच्चों की फीस जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर उन्हें राहत की सांस दी है। जाने-माने चैनल के पत्रकार एस फिदाई ने बताया, ‘बिग बी ने कुछ अरसा पहले जरूरतमंद फ्रीलांस पत्रकारों की मदद की इच्छा जाहिर की थी। उनके पास एक लिस्ट थी, मगर वह आश्वस्त होना चाह रहे थे कि मदद सही व्यक्ति को मिले, तो हमने उन्हें वह लिस्ट वेरीफाई करके दी। वह इस बात को लेकर चिंतित थे कि काम न होने की सूरत में इन मीडियाकर्मियों का गुजारा कैसे हो रहा होगा? बिग बी ने कई पत्रकारों को तीन-तीन महीनों का बुनियादी खर्च मुहैया करवाया। जिन लोगों को मदद मिली है, वे सभी सीनियर फ्रीलांस जर्नलिस्ट हैं और मीडिया में उन्हें तकरीबन 20-25 साल से ज्यादा हो गए हैं। बिग बी ने ये काम बिना किसी हो-हल्ले के किया, क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि इसका प्रचार हो।’