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Published: Dec 11, 2020 03:44 PM IST

टेलीविजन‘भाबी जी घर पर हैं‘ में 'अंगूरी भाभी' बनी चंद्रलेखा की आत्मा का शिकार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई. अंधविश्वास, परियों की कहानी और लोक कथाएं हमारी संस्कृति का काफी पुराना हिस्सा है, लेकिन कोई कैसे विश्वास कर सकता है कि यह सच है? एण्डटीवी के शो ‘भाबी जी घर पर हैं’ (Bhabiji Ghar Par Hai) के आगामी एपिसोड में चुलबुली ‘अंगूरी भाभी’ (शुभांगी अत्रे) (Anguri Bhabhi) एक अलग किरदार में नज़र आने वाली है। अंगूरी भाभी (Anguri Bhabhi) एक भूतिया आत्मा ‘चंद्रलेखा’ (Chandralekha) के किरदार में दिखाई देगी। 

इससे पहले भी शुभांगी (Shubhangi Atre) ने अलग-अलग किरदारों को निभाया है। वह एक शेफ से लेकर, फैशन डिजाइनर, चार्ली चैपलिन और मंजुलिका जैसी कई प्रसिद्ध हस्तियों आदि की भूमिका निभा चुकी हैं। दर्शकों को उनकी पसंदीदा अंगूरी भाभी   को अब एक और यादगार लुक में देखने का मौका मिलेगा। 

अपने इस नए लुक के बारे में बताते हुए शुभांगी अत्रे (Shubhangi Atre)ने कहा, ‘‘मैं एक बहुत ही सुंदर बॉर्डर वाली दक्षिण भारतीय सिल्क की साड़ी, कम से कम मेकअप, बहुत ही आकर्षक बिंदी और बालों में गजरा लगाए नजर आऊंगी। चंद्रलेखा का किरदार निभाना मेरी अब तक की सबसे बेहतरीन भूमिकाओं में से एक है।” 

‘सब पर है भूत सवार’ एपिसोड में विभूति नारायण मिश्रा(आसिफ शेख) को टीवी सीरियल के लिए एक स्क्रिप्ट लिखने का अवसर मिलता है। उसको इसकी प्रेरणा अभिनय की शौकीन खूबसूरत अंगूरी भाबी और कानपुर की बदनाम चंद्रलेखा की आत्मा से मिलती है, वह एक कहानी लिखता है और मॉडर्न कॉलोनी के हर एक सदस्य को उसमें एक भूमिका निभाने के लिए देता है। मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौर)एक चौकीदार की भूमिका निभाता है, विभूति ठाकुर साहब और टीएमटी(वैभव माथुर, दीपेश भान और सलीम जैदी) उसके आदमी बनते हैं।

उन्हें इस बारे में थोड़ा ही पता है कि चंद्रलेखा की आत्मा अपने सच्चे प्यार की मौत का बदला लेने के लिए ‘अंगूरी भाभी  में प्रवेश करती है। चंद्रलेखा का प्यार चौकीदार होता है जिसे ठाकुर साहब द्वारा मारा गया है। क्या चंद्रलेखा अपनी इस योजना में सफल होगी और तिवारी को मारकर वो उसकी आत्मा से शादी कर पाएगी? 

अपने अनुभव के बारे में बताते हुए, शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘‘मुझे हाॅरर कहानियां बहुत पसंद हैं औरएक भूत की भूमिका निभाने में मुझे बहुत ही मजा आया। मुझे अपने बोलने और चलने के अंदाज़ में बदलाव करना पड़ा, सबके डरे हुए चेहरे देखने के लिए मैं सेट पर कभी-कभी चंद्रलेखा की तरह व्यवहार करती थी। दर्शक निश्चित रूप से इस एपिसोड का पूरा आनंद लेंगे और यह जानने के लिए जरूर उत्सुक होंगे कि तिवारी जी का चंद्रलेखा के साथ ही अंत हो जाएगा या फिर वो अपनी पत्नी ‘अंगूरी भाभी  के साथ रहेंगे।”