देश

Published: Sep 21, 2023 09:15 AM IST

Udhayanidhi Stalinसनातन विवाद के बाद फिर उदयनिधि का विवादित बयान, बोले- 'आदिवासी-विधवा' हैं राष्ट्रपति, इसलिए नई संसद में नहीं बुलाया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मदुरै.जहां एक तरफ सनातन धर्म के खिलाफ अपनी टिप्पणी को लेकर वैसे भी डीएमके मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udaynidhi Stalin) ने जबरदस्त बवाल मचाया हुआ है। वहीं अब उनका दावा है कि, संसद के नए भवन के उद्घाटन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इसीलिए आमंत्रित किया गया था। वह एक “विधवा है और आदिवासी समुदाय से है”। इसके साथ ही उदयनिधि स्टालिन ने यह भी तंज कसते हुए पूछा कि, क्या इसे ही हम सनातन धर्म कहते हैं। वहीं मदुरै में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन के सिद्धांतों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने साफ़ कहा कि वह इसके खिलाफ आगे भी आवाज उठाना जारी रखेंगे।

‘हिंदी’ फिल्मों की एक्ट्रेस को बुलाया, लेकिन राष्ट्रपति को नहीं
उदयनिधि स्टालिन यही नहीं रुके और उन्होंने कहा कि, जब महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया गया था, तब भी हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियों को आमंत्रित किया गया था, जबकि राष्ट्रपति को उनकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के कारण बाहर रखा गया। उनका यह भी दावा था कि ये घटनाएं ऐसे फैसलों पर ‘सनातन धर्म’ के प्रभाव का संकेत हैं।

गृहमंत्री शाह पर भी साधा था निशाना 
गौरतलब है कि, स्टालिन ने सनातन के बाद अब हिंदी को लेकर अमित शाह पर भी निशाना साधा था कि, “सिर्फ 4-5 राज्यों में बोली जाने वाली’ ये भाषा देश को नहीं जोड़ती है।” दरअसल गृहमंत्री शाह ने बीते 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के मौके पर कहा कि भारत विविध भाषाओं वाला देश है। हिंदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में भाषाओं की विविधता को एकजुट करती है।

जानकारी दें कि, बीते मई में नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए चेन्नई से 21 अदीनमों को भी आमंत्रित किया गया था। वहीं PM मोदी ने में विपक्ष के बहिष्कार के बीच नई संसद का उद्घाटन किया था, हालांकि विपक्ष चाहता था कि भारत के राष्ट्रपति ही इस नए संसद भवन का उद्घाटन करें।