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Published: Apr 10, 2023 09:11 PM IST

National Party Statusचुनाव आयोग ने NCP, TMC और CPI से नेशनल पार्टी का दर्जा छिना, AAP बनी राष्ट्रीय पार्टी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस (TMC), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने सोमवार को इन तीनों पार्टियों का नेशनल पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है। जबकि, आम आदमी पार्टी (AAP) को नेशनल पार्टी की मान्यता दी गई।

नेशनल पार्टी बनने के लिए AAP को गुजरात या हिमाचल में 6 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर पाने की जरूरत थी। हालांकि, गुजरात में AAP को करीब 13 प्रतिशत वोट शेयर मिला। जिसके चलते वह नेशनल पार्टी बन गई। इससे पहले AAP दिल्ली, पंजाब और गोवा में 6 प्रतिशत से ज्यादा वोट शेयर हासिल कर चुकी है।

TMC, NCP, CPI वोट शेयर हुआ कम

वहीं, TMC, NCP और CPI का वोट शेयर देशभर में 6 प्रतिशत से कम हुआ है। जिसके चलते इन से नेशनल पार्टी का दर्जा वापस लिया गया। इससे पहले BSP से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस लिया गया था।

ये नई राज्य पार्टी

चुनाव आयोग ने नागालैंड में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और त्रिपुरा में टिपरा मोथा पार्टी को एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता दी। इसके अलावा मेघालय में वॉइस ऑफ द पीपुल पार्टी को राज्य स्तरीय पार्टी के रूप में मान्यता मिली।

राज्य पार्टी दर्जा छीना

चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश में भारत राष्ट्र समिति (BRS) को एक राज्य पार्टी के रूप में अमान्य किया है। जबकि, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) और पश्चिम बंगाल में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी का एक राज्य पार्टी का दर्जा वापस लिया गया है। इसके अलावा मणिपुर से PDA, पुडुचेरी से PMK और मिजोरम से MPC से राज्य पार्टी का दर्जा वापस लिया गया।

कैसे मिलता है नेशनल पार्टी का दर्जा?

उल्लेखनीय है कि किसी भी पार्टी को नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में 6 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करना जरूरी होता है। लोकसभा की कुल सीटों में से 2 फीसदी सीटें कम से कम तीन राज्यों से मिली हों। जबकि, पार्टी को चार राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा मिला हो।