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Published: Jul 30, 2021 12:44 PM IST

Dhanbad Judge Murderजज उत्तम आनंद हत्याकांड में दोनों आरोपियों ने कुबूला अपना जुर्म, जांच अब SIT के पास

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

धनबाद. जहाँ एक तरफ एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज उत्तम आनंद (Uttam Anand) की मौत को लेकर अब सबकुछ शीशे की तरफ साफ हो गया है। वहीं इस हत्याकांड में प्रमुख रूप से शामिल ऑटो चालक और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन पर हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया है। अब इस मामले में हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने झारखंड पुलिस प्रमुख और धनबाद SSP को तलब किया था। अब घटना की जांच के लिए एक SIT का गठन कर दिया गया है। वहीं ADJ ऑपरेशन इस एसआईटी टीम के इंचार्ज बनाए गए हैं।

इधर इस गहन हत्य्कांड और मामले में झारखंड बार एसोसिएशन के सचिव राधेश्याम गोस्वामी ने जानकारी देते हुए कहा कि, सुप्रीम कोर्ट के एक सीनियर एडवोकेट ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने इस मामले को रखा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से इस मामले पर पूरी जानकारी ली। जिसके चलते झारखंड हाई कोर्ट ने पूरे मामले से सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया। यह भी बताया गया कि दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और विशेष जांच के लिए एक SIT का भी गठन हुआ है।

किसने करवाया था ये कांड, अभी भी साफ नहीं :

इस नृशंस हत्याकांड पर धनबाद SSP संजीव कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपित लखन वर्मा और राहुल वर्मा ने अब यह बात मान ली है कि उनके द्वारा ही इस कांड को अंजाम दिया गया है। जिस तरह से चोरी के ऑटो से इस घटना को अंजाम दिया गया है। उससे अब यह भी पूरी तरह से स्पष्ट  हो चुका है कि एक सोची समझी साजिश के तहत जज उत्तम आनंद की हत्या की गई है। लेकिन इस हत्या को करवाने के पीछे मुख्य वजह क्या है और किसके इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया गया यह फिलहाल पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है। वहीं एक फॉरेंसिक टीम ने इस जब्त ऑटो रिक्शा से फिंगर प्रिंट लेकर इसकी बारीकी से जांच की। इसके अलावा इन लोगों ने घटनास्थल का भी मुआयना किया।

गिरफ्तार आरोपित ने अपने परिजन से भी बोला झूठ :

इधर हत्या के आरोप में पकड़े गए आरोपित लखन वर्मा के परिजनों ने इस पूरे मामले में अपनी अनभिज्ञता जाहिर की है। लखन वर्मा की पत्नी पिंकी देवी ने बताया कि उसका पति दो दिन पहले एक ऑटो लेकर घर आया और उसे बताया कि उसकी 80 हजार की लॉटरी लगी है। उसी पैसे से उसने यह पुराना ऑटो खरीदा है। बाद में उसे तो उल्टा पुलिस से पता चला कि यह ऑटो चोरी का है और उससे किसी की हत्या भी की गई है। फिलहाल पुलिस और SIT इस हाई प्रोफाइल केस की सघन जांच में लगी है ताकि मुख्य साजिशकर्ता और कुछ बड़े काले चेहरों का पर्दाफाश हो सके।