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Published: Dec 07, 2022 03:23 PM IST

Maharashtra Karnataka Border लोकसभा तक पहुंचा महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद, सुप्रिया सुले ने जमकर सुनाई बीजेपी को खरी खोटी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नयी दिल्ली: महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा (Maharashtra Karnataka Border) को लेकर राज्य में विवाद शुरू हो गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सांगली के जत तालुका में 40 गांवों पर दावा किया था। तब से विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान सोमवार को सीमा क्षेत्र में कुछ मराठी भाषियों के साथ मारपीट की गई। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्यों में राजनीतिक नेताओं द्वारा आरोप लगाया शुरू हो गया। वहीं, इस विवाद का असर अब देश की संसद (Loksabha) में भी दिखाई दे रहे है।

संसद का शीतकालीन सत्र (Winter Session) आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में देश के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ-साथ महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे पर भी चर्चा होने की उम्मीद थी। इसी के चलते सत्र के पहले ही दिन इस सवाल को लेकर संसद में हंगामा देखने को मिला। लोकसभा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी (BJP) पर हमला बोला। उन्होंने इस संबंध में अपना पक्ष रखते हुए अमित शाह से इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी की है।

सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा, “पिछले 10 दिनों से महाराष्ट्र में एक नया सवाल खड़ा हो गया है। कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री कुछ भी बोल रहे हैं। कल तो हद ही पार कर दी थी। महाराष्ट्र के लोग कर्नाटक सीमा पर जा रहे थे। लेकिन, उनके साथ मारपीट की गई। महाराष्ट्र के खिलाफ पिछले 10 दिनों से साजिश रची जा रही थी। दोनों राज्यों में बीजेपी सत्ता में है। हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के खिलाफ बोलते हैं। महाराष्ट्र के लोगों को कल पीटा गया। यह काम नहीं करेगा। यह देश एक है। मैं अमित शाह से इस पर कुछ कहने का अनुरोध करूंगी।”

इस बीच सुप्रिया सुले के सरकार पर हमला करने के बाद महाराष्ट्र के अन्य विपक्षी सांसदों ने भी उनकी आलोचना शुरू कर दी। महाराष्ट्र के विपक्षी सांसदों ने यह कहते हुए नारेबाजी शुरू कर दी कि हम कर्नाटक के इस रुख और व्यवहार की निंदा करते हैं।

जहां एक ओर सुप्रिया सुले (Supriya Sule) और अन्य सांसद आक्रामक हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक के हवेरी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद शिवकुमार उदासी ने इसे लेकर महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के नेताओं पर निशाना साधा है। “महाराष्ट्र में विपक्षी नेता हमेशा इस तरह का व्यवहार करते हैं। उन्हें लिंगो कल्चरल सिंड्रोम है। जब वे सत्ता से हटते हैं, तो वे इस तरह का व्यवहार करते हैं।”

इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हस्तक्षेप किया और सभी से शांत रहने की अपील की क्योंकि इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच लड़ाई छिड़ गई। साथ ही सुप्रिया सुले की मांग को खारिज करते हुए कहा, ‘दो राज्यों के मसले पर केंद्र सरकार क्या करेगी? यह संसद है। यह सब यहां नहीं चलेगा।”