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Published: Aug 11, 2023 12:14 PM IST

Social Media Influencersअब Instagram-Youtube पर मनमाना ज्ञान देना पड़ेगा भारी, सरकार ने कसी सेलेब्स-इंफ्लूएंसर्स की लगाम, इन नियमों का करना होगा पालन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: वर्तमान में लोगों को सोशल मीडिया की दुनिया ज्यादा प्रभावित कर रही है। जी हां इन दिनों सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और प्रचलन से इंफ्लूएंसर्स का कल्चर भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जैसा की नापने सोशल मीडिया पर वीडियो में देखा होगा कि ये इंफ्लूएंसर्स सेलिब्रिटी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर स्वस्थ्य रहने के लिए देशी से लेकर कैमिकल प्रोडक्ट्स और अलग-अलग तरह की डाइट लेने की सलाह अपने फॉलोवर्स को देते हैं। बता दें कि कभी-कभी इनका सकारात्मक असर पड़ने की जगह फॉलोवर्स पर उल्टा असर हो जाता है। ऐसे में अब इस पर लगाम कसने की तैयारी सरकार ने कर ली है। जी हां अब इंफ्लूएंसर्स पर भी कुछ मर्यादाएं लगाई गई है। 

सर्टिफिकेट करना होगा साझा

जानकारी के लिए आपको बता दें कि गाइडलाइंस के मुताबिक अब खुद को हेल्थ एक्सपर्ट बताने वाले ये सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बिना डिस्क्लेमर के न ही कोई मनमाना ज्ञान अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर साझा कर पाएंगे और न ही कोई प्रोडक्ट का प्रचार कर सकेंगे। जी हां मेडिकल प्रैक्टिशनर, हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट्स को अब स्वास्थ्य से जुड़े दावे करने और प्रोडक्ट्स का प्रचार करते वक्त अपना सर्टिफिकेट साझा करना होगा।

स्वास्थ्य और आयुष मंत्रालय का बड़ा फैसला 

दरअसल इस गुरुवार को सरकार ने इस बाबत गाइडलाइन जारी की है। कंज्यूमर अफेयर यानी उपभोक्ता मंत्रालय ने बताया कि स्वास्थ्य और आयुष मंत्रालय के अलावा संबंधित एजेंसियों से चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया है। ऐसे में अब इंफ्लूएंसर बिना डिस्क्लेमर के वीडियो नहीं बना पाएंगे। इंफ्लूएंसर्स को देना होगा डिस्क्लेमरजारी किए गए गाइडलाइन में बताया गया है कि जो सेलिब्रिटी और इंफ्लूएंसर्स खुद को हेल्थ एक्सपर्ट और मेडिकल प्रैक्टिशनर बताते हैं, उन्हें स्वास्थ्य से जुड़े दावे करते वक्त अपने व्यक्तिगत विचारों और पेशेवर सलाह के बीच साफ-साफ अंतर बताना होगा। इसी के साथ-साथ उन्हें बिना मजबूत तथ्यों के स्वास्थ्य से जुड़े दावे करने से भी बचना होगा। गाइडलाइन में ये कहा गया है कि इंफ्लूएंसर्स को डिस्क्लेमर देना होगा कि उनके कंटेंट को पेशेवर एक्सपर्ट्स की सलाह के विकल्प के तौर पर न लिया जाए, ऐसा करने पर उनके विरोध में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

अब करना होगा इन नियमों का पालन

बता दें कि इसी के साथ किसी प्रोडक्ट के प्रचार के दौरान उन्हें अपने फॉलोवर्स को ये भी बताना होगा कि इनका इस्तेमाल करने से पहले वो मेडिकल एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें। ये डिस्क्लेमर उन्हें प्रमोशन के साथ-साथ किसी भी तरह के स्वास्थ्य से जुड़े दावे करते वक्त देना होगा। हालांकि इस गाइडलाइन में उन लोगों को राहत दी गई है, जो किसी खास प्रोडक्ट के सेवन की सलाह देने की जगह स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी आम बातें बताते हों, जिसे स्वस्थ्य रहने के लिए अपनाया जाता है। जैसे नियमित पानी पीना और खुद को हाइड्रेटेड रखना, एक्सरसाइज करना और स्क्रीन टाइम कम करना आदि है।