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Published: Jan 30, 2023 05:31 PM IST

Disadvantages of speaking more ज़रूरत से ज़्यादा बोलने के नुकसान जानिए, कम बोलने के फायदे की बात पूरी तरह से है साइंटिफिक

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

सीमा कुमारी

नई दिल्ली: इंसान के सभी के दुखों का कारण बिना समझे बोलना है। क्योंकि, जरूरत से ज्यादा से बोलना दुखों का कारण बनता है। इसलिए कम बोले, सटीक बोलें, मधुर बोलें और सबसे जरूरी जितनी आवश्यकता हो उतना ही बोलें। आजकल हर कोई शोरगुल वाले माहौल में रहता है और साथ ही खुद भी पूरे दिन बोलता रहता है, जो कि काम की दृष्टि से  बेहद जरुरी भी है। वाणी या बोलना ही नहीं बल्कि मौन में भी शक्ति होती है।

यही कारण है कि धर्मों में ‘मौन’ को बहुत अधिक महत्व दिया गया है। वैज्ञानिकों द्वारा भी इस बात को माना गया है कि सेहत से मौन का गहरा संबंध है और इससे मानसिक शांति मिलती है। अगर आप अपनी भागदौड़ वाली जिंदगी से अलग हटकर दिन में कुछ देर शांत रहते हैं तो आप ज्यादा हेल्दी रह सकते हैं। आइए जानें चुप रहने के क्या क्या फायदे होते हैं।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप दिन में एक बार पार्क में चुप रहकर वॉक करते हैं तो आपकी मेमोरी में अच्छा असर पड़ता है। साल 2011 में ‘प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस’ में छपे एक शोध के अनुसार जो लोग एक हफ्ते में तीन बार 40 मिनट तक वॉक करते हैं उनके दिमाग का हिप्पोकैंपस में विकास होता है। बता दें कि यह हिप्पोकैंपस वो हिस्सा है जो आपकी मेमोरी से संबंधित होता है।

दिन में कुछ देर शांत रहने से आपको अच्छी नींद आने लगती है। साल 2015 में जामा इंटर्नल मेडिसिन में पाया गया कि कुछ युवाओं में दिन में थोड़ी देर शांत रहने के बाद से डिप्रेशन, नींद ना आना जैसी दिक्कतों में सुधार हुआ है। इसके लिए शांत रहकर अपनी सांसों पर ध्यान देना चाहिए और भविष्य व पुराने समय को छोड़कर वर्तमान में ध्यान लगाना चाहिए।

शारीरिक या मानसिक सभी कार्यों को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है क्योंकि बिना ऊर्जा के हम कोई भी कार्य नहीं कर सकते है। बोलने से हमारे शरीर की ऊर्जा व्यय होती है यदि आप जरूरत से ज्यादा बोलेंगे तो आपके शरीर की ऊर्जा ख़त्म हो जाएगी जिससे आप अपने जरूरी कार्यों को नहीं कर पाएंगे। चुप रहने से आपकी ऊर्जा की बचत होगी जिससे आप अपने जरूरी कार्यों को भी आसानी से कर सकते है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि चुप रहना आपके हृदय के लिए भी लाभदायक होता है क्योंकि ये आपके रक्तचाप और ह्रदय की दर को कम कर करता है। इसके अलावा यदि आप चुप रहेंगे तो रक्त परिसंचरण में भी सुधार होगा जिससे आपका ह्रदय स्वस्थ रहेगा।

इन सभी के अलावा विवादों को विराम देने के लिए चुप या शांत रहना जरुरी होता है इससे न केवल आपके विवाद सुलझेंगे बल्कि आपके रिश्तों में भी मजबूती बनी रहेगी। खाना खाते समय भी चुप रहना चाहिए, खाते समय चुप रहने से न केवल खाने में आनंद आता है बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है।