रिश्ते - नाते

Published: Aug 18, 2023 04:32 PM IST

Success of childrenऐसे बच्चे सफलता की सीढ़ी बना लेते हैं ख़ुद, बच्चों की प्रतिभा पहचान कर सही दिशा दे सकते हैं पेरेंट्स

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

सीमा कुमारी

नई दिल्ली: हर माता-पिता की चाहत होती है कि उनका बच्चा होशियार व बुद्धिमान हो। हर काम में सबसे आगे जाएं। वह आलसी न हो, बुद्धिमान बने। पढ़ाई लिखाई का मामला हो या खेलकूद, हर क्षेत्र में अव्वल रहे। उनका नाम रोशन करे। जिंदगी में जो कुछ वे हासिल न कर सके, वह उनका बेटा या बेटी हासिल करे।

इसके लिए पेरेंट्स बच्चों पर प्रेशर भी डालते हैं, लेकिन कुछ बच्चे तो बचपन से ही बहुत होशियार और तेज होते हैं। किसी भी बात को आसानी से समझ जाते हैं। इसके अलावा, उनमें कुछ ऐसी आदतें होती है जो बताती है बच्चे बहुत ही बुद्धिमान हैं, तो ऐसे में आइए जानें कुछ ऐसी आदतें बताते हैं जो यह दिखाती हैं कि आपके बच्चे अन्य बच्चों से अलग हैं।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, होशियार व बुद्धिमान बच्चों की सबसे अच्छी आदत होती है कि वे अपनी स्टडी के लिए लगातार अभ्यास करते रहते हैं। साथ ही, उसके लिए एक टाइम मैनेजमेंट के साथ काम करते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा भी होशियार और बुद्धिमान बने, तो इसके लिए आपको भी बच्चों में ये आदत जरूर डालनी होगी।

क्लास रूप में हर समय एक्टिव रहना और टीचर के द्वारा पूछे गए हर प्रश्नों के सही समय पर उत्तर देना भी बुद्धिमान छात्रों की निशानी है। ऐसे बच्चे टीचर से तो सवाल करते हैं साथ में एक विषय पर छात्रों और अध्यापकों के साथ भी विचार साझा करते हैं।

बुद्धिमान बच्चे यह बात अच्छे से जानते हैं कि उन्हें अपने लक्ष्य को कैसे हासिल करना है। वह अपने गोल्स को लेकर बहुत ही सक्रिय होते हैं और अपनी उन्नति के लिए हर समय नए-नए रास्ते खोजते रहते हैं।

बुद्धिमान बच्चे पढ़ाई के दौरान अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए कौन-कौन सी रणनीतियां अपनानी है। सब बच्चे पढ़ते हैं लेकिन सब के पढ़ने का तरीका अलग होता है। तेज व बुद्धिमान बच्चे जानते हैं कि पढ़ाई के लिए अलग-अलग तरीकों को कैसे अपनाना है।

सफल और बुद्धिमान बच्चों की सबसे बड़ी खासियत होती है वह हर बात को बहुत ही ध्यान से सुनते हैं और उसे नोट करते हैं। उनकी जो बात सिखाई जाए उसके साथ वह अपनी बातों को जोड़कर उसे और भी अच्छे ढंग से दिखाने का हुनर रखते हैं। ऐसे बच्चे हर चीज को नोट करते हैं और उसे ध्यान से सुनते हैं।