धर्म-अध्यात्म

Published: Mar 13, 2021 08:30 AM IST

Amavasyaजानिए कब है दर्श अमावस्या, इसका शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

-सीमा कुमारी

हिंदू धर्म में ‘दर्श अमावस्या’ का एक विशेष महत्व होता है, जो इस साल 13 मार्च, शनिवार को है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा पूरी तरह से गायब हो जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूर्वजों की पूजा एवं ध्यान करना बड़ा फलदायक होता है। इस दिन भक्तगण व्रत रख कर पूजा करते हैं, और कहा ये भी जाता है कि जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास के साथ इस व्रत को करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। चलिए जानते हैं कब है इस पावन पर्व का शुभ मुहूर्त…

‘दर्श अमावस्या’ का शुभ मुहूर्त-

‘दर्श अमावस्या’ महत्व-
फाल्गुन मास की अमावस्या के दिन व्रत, पूजन और तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। कालसर्प दोष निवारण के लिए भी यह दिन बहुत उत्तम होता है। इस दिन कालसर्प का निवारण करवाने के बाद चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे कालसर्प का निवारण होता है। इस दिन पितरों का श्राद्ध कर्म करने के साथ उनके नाम से दान आदि करने से उनका आशीर्वाद बना रहता है, जिससे जीवन की सारी समस्याएं दूर होती हैं। परिवार में सुख-समृद्धि एवं खुशहाली हमेशा बनी रहती है।

पूजन विधि-