धर्म-अध्यात्म

Published: Apr 10, 2023 05:27 PM IST

Akshaya Tritiya 2023इस वर्ष 'अक्षय तृतीया' के दिन हैं कई 'महायोग', जानिए किस मुहूर्त में खरीदें सोना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

सीमा कुमारी

नई दिल्ली: हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ‘अक्षय तृतीया’ (Akshaya Tritiya 2023) का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह तृतीया 22 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा। सनातन धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया का दिन मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। कहते है इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि, धन-वैभव का वास रहता है। वहीं इस साल तो अक्षय तृतीया पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जो आपको कई गुना शुभ फल प्रदान कर सकता है। आइए जानें ‘अक्षय तृतीया’ की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।

तिथि

पंचांग के अनुसार, इस साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 22 अप्रैल, शनिवार को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू हो रही है, जो 23 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। इस साल ‘अक्षय तृतीया’ 22 अप्रैल को मनाई जाएगी।

अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त

पूजा का शुभ मुहूर्त- 22 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक

अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं ये योग

आयुष्मान योग – (21 अप्रैल 2023) सुबह 11:00 से अगली सुबह (22 अप्रैल 2023) 9 बजकर 26 मिनट तक

 सौभाग्य योग –  (22 अप्रैल 2023)  सुबह 9 बजकर 26 मिनट  से  सुबह 8 बजकर 22 मिनट तक (23 अप्रैल 2023)

त्रिपुष्कर योग – सुबह 5 बजकर 49 मिनट से सुबह 7 बजकर 49 मिनट तक (22 अप्रैल 2023)

सर्वार्थ सिद्धि योग –  (22 अप्रैल 2023) सुबह 11 बजकर 24  मिनट  से सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक (23 अप्रैल 2023)

रवि योग-  (22 अप्रैल 2023)11 बजकर 24  मिनट  से सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक (23 अप्रैल 2023)

 अमृत सिद्धि योग –  (22 अप्रैल 2023) सुबह 11 बजकर 24 मिनट से सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक (23 अप्रैल 2023)

धार्मिक महत्व

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा वृष राशि में होते हैं। अक्षय तृतीया के दिन शुभ और मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया सौभाग्य और सफलता लाती है। इसी कारण इस दिन ज्यादातर लोग सोना-चांदी खरीदते हैं। इस दिन सोना खरीदने से भविष्य में समृद्धि और अधिक धन आता है।