धर्म-अध्यात्म

Published: Jun 23, 2022 05:49 PM IST

Yogini Ekadashi 2022श्रापों से मुक्ति के लिए इस 'योगिनी एकादशी' को करें विशेष मुहूर्त में पूजा, जानिए सही तिथि, पूजा-विधि और महिमा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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– सीमा कुमारी

‘योगिनी एकादशी’ (Yogini Ekadashi Vrat) का पावन व्रत इस साल 24 जून, शुक्रवार को हैं। भगवान विष्णु को समर्पित ‘योगिनी एकादशी’ का व्रत हिन्दू श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।

पंचांग के अनुसार ,यह हर साल आषाढ़  के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन में किए गए पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावा, इस व्रत को करने से किसी के दिए गए श्रापों से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानें ‘योगिनी एकादशी’ कब है, व्रत-पूजा की विधि क्या है और इसका महत्व क्या है ?

तिथि और समय

हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक साल 2022 में ‘योगिनी एकादशी’ 24 जून, दिन शुक्रवार को है। एकादशी तिथि (Yogini Ekadashi) की शुरूआत 23 जून को रात 9 बजकर 41 मिनट से हो जाएगी। वही एकादशी तिथि की समाप्ति 24 जून को रात 11 बजकर 12 मिनट पर होगी। ‘योगिनी एकादशी’ व्रत का पारण आप 25 जून को सुबह 5 बजकर 41 मिनट के बाद और 8 बजकर 12 मिनट से बीच कर सकते है। पारण तिथि के दिन हरि वासरा समाप्त होने का समय सुबह 5 बजकर 41 मिनट है।

पूजा-विधि

महत्व

मान्यतानुसार, ‘योगिनी एकादशी’ का व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि और आनंद की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि ‘योगिनी एकादशी’ का व्रत तीनों लोकों में प्रसिद्ध है। मान्यता है कि ‘योगिनी एकादशी’ का व्रत करने से बहुत अधिक पुण्य मिलता है।