वास्तु-ज्योतिष
Published: Mar 24, 2022 04:09 PM ISTPanchak 2022इस दिन लग रहा है 'पंचक', भूलकर भी न करें ये काम
सीमा कुमारी
नई दिल्ली: सनातन हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ एवं मांगलिक काम को करने से पहले शुभ समय और मुहूर्त अवश्य देखा जाता है। ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, यदि अशुभ समय में या बिना मुहूर्त देखकर कोई कार्य किया जाता है तो उसमें सफलता नहीं मिलती है। इसी तरह हर माह 5 दिनों के लिए कुछ मांगलिक काम करने की मनाही होती है। इन 5 दिनों को ‘पंचक’ (Panchak) नाम से जाना जाता है। इस बार ‘पंचक’ 28 मार्च से लग रहा है। इस दिन सोमवार को पड़ने के कारण इसे राज पंचक के नाम से जाना जाएगा। आइए जानें ‘पंचक’ के दौरान कौन से काम करने की है मनाही।
पंचक के दौरान इन कार्यों की है मनाही
- शास्त्रों के अनुसार, पंचक के दौरान चारपाई नहीं बनवाना चाहिए। क्योंकि पंचक के दौरान ये काम करने से किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- कहा तो ये भी जाता है कि, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यह दिशा यम और पितरों की मानी गई है। इसलिए इन नक्षत्रों में दक्षिण दिशा की यात्रा करना हानिकारक माना गया है।
- पंचक के दौरान नवविवाहित दुल्हन को विदा करना अशुभ माना जाता है।
- पंचक के दौरान लकड़ी नहीं काटनी चाहिए और न ही लकड़ी से संबंधित वस्तुएं खरीदनी चाहिए। इसके अलावा, इस दौरान घास, लकड़ी, आदि जलने वाली वस्तुएं एकत्र नहीं करनी चाहिए।
- ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, पंचक के दौरान छत नहीं बनाना चाहिए। अगर पहले से ही बन रही है तो उसे बनने दें। माना जाता है कि पंचक के दौरान छत बनवाने से वहां रहने वाले व्यक्तियों के बीच किसी न किसी बात को लेकर क्लेश होता रहता है। पंचक काल में यदि किसी की मृत्यु हो जाए तो उसके परिवार, कुल या रिश्तेदारी में जन हानि हो सकती है। इस दोष से बचने के लिए मृतक के शव के साथ पांच पुतले आटे या कुश के बनाकर रखने चाहिए।
इस दिन से शुरू हो रहे हैं ‘पंचक’
28 मार्च 2022, सोमवार को रात 11 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।