निशानेबाज़

Published: May 21, 2022 03:59 PM IST

निशानेबाज़सिद्धू की सजा शुरू रोड रेज केस में फंस गए गुरु...

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोतसिंह सिद्धू को 34 वर्ष पहले के रोड रेज के मामले में 1 वर्ष जेल की सजा हो गई. उन्होंने 1988 में पटियाला में गुरनाम सिंह नामक व्यक्ति को गुस्से में आकर मुक्का मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. एक बार सिद्धू  निचली अदालत से बरी हुए, फिर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने उन्हें 2006 में 3 वर्ष की सजा सुनाई थी लेकिन वे आजाद घूम रहे थे. अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाकर जेल भेज दिया. बताइए इस पर सिद्धू की प्रतिक्रिया क्या होगी?’’

हमने कहा, ‘‘सिद्धू कह सकते हैं- गुरू, कर्म का लेख कोई नहीं टाल सकता. जेल कृष्ण मंदिर होता है. बड़े-बड़े नेता जेल जा चुके हैं और वहां से कुंदन की तरह तपकर निकले हैं. भगवान राम 14 साल वनवास में गए थे तो क्या सिद्धू 1 साल पटियाला जेल नहीं जा सकता! सिद्धू का शरीर भले ही जेल में रहेगा लेकिन उसके दिल और दिमाग की आजादी कौन छीन सकता है गुरू!’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, सिद्धू अर्श से फर्श पर आ गए. अब जेल जाकर उनकी सारी हेकड़ी निकल जाएगी. उनके दिल का हाल पूछने पर वो क्या कहेंगे?’’

हमने कहा, ‘‘सिद्धू कह सकते हैं, ‘गुरू, सिद्धू लाफ्टर शो वाला आदमी है. ऐसा आलराउंडर है जो क्रिकेट में सिक्सर मारता आया है, अनोखे अंदाज में कमेंट्री की है. टीवी, फिल्म से लेकर राजनीति जैसे हर फील्ड में रहा है. अब जेल का अनुभव भी मिल जाएगा. सिद्धू की जिंदगी में है दम, कभी खुशी कभी गम!’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, जेल में अच्छे-अच्छों का हुलिया टाइट हो जाता है. सिद्धू का वाचाल स्वभाव वहां जाकर शांत हो जाएगा. उसके नसीब में अब जेल की रोटी बदी है.’’

हमने कहा,  ‘‘सिद्धू से कोई पूछे तो वह कहेगा- गुरू, किस्मत की हवा कभी गरम कभी नरम! मेरा दोस्त इमरान पाकिस्तान के पीएम की कुर्सी गवां बैठा, इधर वक्त मेरा भी इम्तिहान ले रहा है. उधर है कोर्ट का फैसला तो इधर कायम है मेरा हौसला! बादलों के छाने से सितारे की चमक कम हो सकती है लेकिन सिद्धू की धमक आने वाले वक्त में और वजनदार होगी. आज तकलीफ है तो कल खुशहाली. इसी बात पर ठोको ताली!’’