क्रिकेट

Published: Oct 13, 2022 09:40 AM IST

Ravi Shastri to Roger Binnyरवि शास्त्री ने नए BCCI अध्यक्ष को दी सलाह, कहा-'खिलाड़ियों को IPL में देना चाहिए आराम'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली: इस रविवार से ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) का आगाज होने वाला है। इस बड़े टूर्नामेंट से पहले भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) चोटिल हो गए है। इस वजह से वह टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गए है। पिछले एक साल से भारतीय टीम में चोट का सिलसिला लगातार चल रहा है।

कभी कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) चोटिल हो जाते हैं, तो कभी कोई गेंदबाज चोटिल होने के कारण टीम से बाहर हो जाता है। इसके पीछे खिलाड़ियों का लगतार क्रिकेट खेलना बड़ा कारण माना जा रहा है। हालांकि खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल पर तो रेस्ट दिया जाता है। लेकिन जब आईपीएल की तो सभी खिलाड़ी लगातार खेलते हुए नज़र आते हैं। इस मामले में अब पूर्व क्रिकेटर और भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने अपनी बात रखी है।

हाल हो में एक मीडिया प्रोग्राम में बातचीत करते हुए रवि शास्त्री  (Ravi Shastri) ने कहा है कि, ‘भारतीय खिलाड़ी लगातार चोटिल हो रहे है। ऐसे में खिलाड़ियों को आईपीएल के कुछ मैचों में आराम दिया जाना चाहिए। इसके बाद उन्होंने नए BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी (Roger Binny) को इस मामले में एक सिस्टम बनाने की भी सलाह भी दी। 

रवि शास्त्री ने कहा, ‘आज जितना ज्यादा क्रिकेट खेला जा रहा है, उसे देखते हुए यह बहुत जरूरी हो गया है कि एक खिलाड़ी कितना क्रिकेट खेले इसे लेकर एक सिस्टम बनाया जाए। खिलाड़ियों को कब आराम देना है, इस पर बात होनी चाहिए। यहां BCCI अध्यक्ष बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। भविष्य में अगर किसी खिलाड़ी को भारतीय टीम में खेलने के लिए IPL के कुछ मैचों में आराम दिए जाने की जरूरत है तो ऐसा होना चाहिए। ऐसे में BCCI अध्यक्ष को फ्रेंचाइजी के साथ बैठना चाहिए और बताना चाहिए कि यह खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए ज्यादा जरूरी है और उसके बाद फ्रेंचाइजी का नंबर आता है।’

शास्त्री ने कहा, ‘पहले टीम मैनेजमेंट में इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि IPL में किन-किन खिलाड़ियों को आराम देने की जरूरत है। और उसके बाद फ्रेंचाइजी को संदेश भेजना चाहिए। यहां फ्रेंचाइजी को सिर्फ यह बात आराम से समझाने की जरूरत है कि यह खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए जरूरी है और राष्ट्रहित सर्वोपरि है।’