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Published: Nov 24, 2022 01:57 PM ISTJhulan Goswami Birthdayदो दशक से ज्यादा का रहा झूलन गोस्वामी का शानदार करियर, ODI में लिए सबसे अधिक विकेट, बना चुकी हैं कई बड़े रिकार्ड्स
नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami Birthday) आज अपना 40वां जन्मदिन मना रही है। क्रिकेट की दुनिया में झूलन ने ‘बॉल गर्ल’ के रूप में एंट्री ली थी। भारतीय महिला टीम की इस तेज गेंदबाज को ‘चकदहा एक्सप्रेस’ के नाम भी जाना जाता है। खास बात यह है कि, झूलन गोस्वामी वनडे क्रिकेट में दुनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली महिला क्रिकेटर हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अहम् कड़ी साबित होने वाली इस खिलाड़ी ने 24 सितंबर 2022 को संन्यास ले लिया है।
झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami Birthday) ने 19 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के चकदहा इलाके में रहने वाली झूलन गोस्वामी ने कई बड़े रिकार्ड्स अपने नाम दर्ज किए है। झूलन का जन्म 25 नवंबर साल 1982 को हुआ था। वहीं, अपने डेब्यू के 20 साल और 260 दिन बाद झूलन ने इंग्लैंड के ही खिलाफ लॉर्ड्स में अपने करियर का आखिरी मैच खेलने उतरी हैं। इस लंबे सफर में 39 साल की झूलन ने अनगिनत रिकॉर्ड्स बनाए हैं, जिनमें से कुछ रिकॉर्ड्स का टूटना काफी मुश्किल है।
झूलन (Jhulan Goswami Birthday) ने 2002 में भारत की तरफ से पदार्पण किया था। उन्होंने अपने करियर में 12 टेस्ट, 204 एकदिवसीय और 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले। इन सभी में मिलकर उन्होंने 355 विकेट लिए।
झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami Birthday) वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। झूलन ने अपने करियर में अब तक 203 वनडे मैचों में 253 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका बॉलिंग एवरेज 22.10 और इकोनॉमी रेट 3.37 रहा है। टी20 इंटरनेशनल में झूलन के नाम 68 मैचों में 21.94 की बॉलिंग औसत और 5.45 के इकोनॉमी रेट से 56 विकेट दर्ज हैं। वह टी20 क्रिकेट में भी भारत की चौथी सबसे सफल गेंदबाज हैं।
टेस्ट क्रिकेट में भी झूलन गोस्वामी भारत के लिए तीसरी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 12 मैचों में 44 विकेट लिए हैं। टेस्ट और वनडे में दूसरे सबसे लंबे करियर का रिकॉर्ड भी झूलन के नाम दर्ज है।
झूलन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, साल 1997 के महिला विश्व कप के भारतीय टीम में उन्हें शामिल किया गया था। उस समय उन्हें वर्ल्ड कप के बारे में ज़्यादा जानकारी भी नहीं थी। लेकिन, उस समय पश्चिम बंगाल सरकार ने लड़कियों के स्कूल में कुछ टिकट भेजे थे और झूलन खेलों से जुड़ी हुई थी, इसलिए उन्हें टिकट प्राप्त हुई।
उस समय उनके पिता झूलन के साथ गए थे, क्योंकि झूलन (Jhulan Goswami Birthday) के लिए अपने गांव से कोलकाता तक अकेले यात्रा करना संभव नहीं था। ईडन गार्डन्स में झूलन का यह पहला मौका था और वह ‘क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ वेस्ट बंगाल’ के मुख्य द्वार के सामने खड़ी थी, जहां उन्हें इशारे में बताया गया कि वह एक बॉल गर्ल की रूप में वर्ल्ड कप में मौजूद हैं।
झूलन पहले टेनिस बॉल से गेंदबाजी करती थीं, जिनकी बॉल पर बच्चे बड़े शॉट्स लगाते थे और उनका मज़ाक बनाते थे। जिसके बाद उन्होंने ठान लिया था कि वह सबसे तेज़ गेंदबाज बनेंगी। झूलन ने क्रिकेट की ट्रेनिंग एम।आर।एफ एकेडमी से ली है। महज़ 15 साल की उम्र में उनकी गेंदबाजी ने सेलेक्टर्स का ध्यान उनकी ओर खींचा।