क्रिकेट

Published: Mar 19, 2021 01:08 PM IST

Ind vs Eng 2021क्या है 'सॉफ्ट सिग्नल', जिसके शिकार हुए सूर्यकुमार यादव

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

-विनय कुमार

भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच बेहद रोमांचक था। भारत ने अपनी अंतिम ओवर की गेंदबाजी में इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन लिया। गुरुवार 18 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ चौथा T20 मैच जीतकर भारत ने सीरीज 2-2 से बराबरी पर कर ली है। अभी अंतिम और निर्णायक मैच बस बाकी है। 

अहमदाबाद के ‘नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम’ में खेले गए चौथे मैच में भारत की तरफ से बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरे अपने डेब्यू T20 अंतरराष्ट्रीय मैच में युवा खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर बेरहमी से कहर बरपाया और बेहतरीन हाफ सेंचुरी ठोकी।हालांकि, उनकी तूफानी पारी के बीच एक विवाद पैदा हो गया। रेफरी के साॅफ्ट सिग्नल (Soft Signal) की वजह से सूर्यकुमार यादव को अपना विकेट गंवाना पड़ा। 

मैदान पर मौजूद अंपायर द्वारा दिया गया ‘सॉफ्ट सिग्नल’ क्या है? आइए जानें-

गुरुवार की शाम सूर्यकुमार यादव क्रीज़ पर गरमाए बल्ले के साथ 14वें ओवर में 57 रन पर खेल रहे थे। इस ओवर की गेंदबाजी सैम कुरेन कर रहे थे। उस ओवर की दूसरी गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने फाइन लेग की तरफ बड़ा शॉट लगाया। लेकिन, उस छोर पर मौजूद इंग्लैंड के फील्डर डेविड मलान (David Malan) ने चीते की फुर्ती के साथ गेंद को लपक लिया। कैच पकड़ने के बाद तीसरे अंपायर द्वारा जांच की गई कि गेंद जमीन पर लगी या नहीं। तीसरे अंपायर ने जांच करने के बाद भी भ्रम बरकरार रखा कि क्या गेंद विभिन्न दिशाओं से जमीन पर टकराई है। और अंत में सूर्यकुमार यादव को विकेट गंवाना पड़ा, क्योंकि ऑन-फील्ड अंपायरों ने ‘सॉफ्ट सिग्नल’ दिया था।

आखिर क्या ‘सॉफ्ट सिग्नल’ 

जब ऑन फील्ड मैच अंपायर किसी फैसले पर जोर नहीं देते हैं, तो वे थर्ड अंपायर की मदद लेते हैं। लेकिन जब मदद लेने की बात आती है, तो उन्हें एक निर्णय लेना पड़ता है, जिसे ‘सॉफ्ट सिग्नल’ कहा जाता है। यह संकेत आउट होने का है या नहीं। उसके बाद अगर थर्ड अंपायर अपने फैसले को लेकर पूरी तरह निश्चित न कर पाएं, तो ऐसी स्थिति में वे मैच अंपायरों द्वारा दिए गए ‘सॉफ्ट सिग्नल’ पर अपना फैसला करते हैं। ऐसे हालात में मैच रेफरी द्वारा दिया गया फैसला अहम होता है।

सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के साथ भी गुरुवार के मैच में ऐसा ही हुआ। ऑन फील्ड अंपायर ने सूर्यकुमार को आउट दे दिया था। जिसके बाद अपील की गई और मामला थर्ड अंपायर वीरेंद्र शर्मा के पास पहुंचा। वीडियो बेहद करीब से देखने के बाद भी वो निर्णय नहीं कर सके कि गेंद कैच किया गया या जमीन पर गेंद टच हो चुकी थी। ऐसे में उन्होंने ‘सॉफ्ट सिग्नल’ के साथ जाने का फैसला किया और  सूर्यकुमार यादव आउट हो गए। 

सॉफ्ट सिग्नल (Soft Signal) में बल्लेबाजों को कई बार ठीक निर्णय नहीं हो पाने के कारण बलि का बकरा बना पड़ता है। इसी कारण से ‘सॉफ्ट सिग्नल’ नियम में बदलाव के प्रस्ताव पर पुनर्विचार की मांग मुखर हो रही है।