दिल्ली

Published: Mar 08, 2023 04:30 PM IST

Manish Sisodiya Caseआप का आरोप- 'सिसोदिया को तिहाड़ जेल में खूंखार अपराधियों के साथ रखा गया', जेल अधिकारियों ने दावे को बताया 'निराधार'

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया को “विपश्यना सेल” तक पहुंच से वंचित कर दिया गया और उन्हें अन्य खूंखार अपराधियों के साथ तिहाड़ जेल में रखा गया।  हालांकि, जेल के अधिकारी की और से इस बात को खारिज किया गया है। उन्होंने कहा,  सिसोदिया की सुरक्षा के लिए जेल नियमों के मुताबिक सभी इंतजाम किए गए हैं।

सौरभ भारद्वाज के बयान के बाद अब जेल के अधिकारी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, मनीष सिसोदिया को उनकी सुरक्षा के लिए अलग वार्ड सौंपा गया है। CJ-1 के वार्ड में, जहां उसे रखा गया है, कम से कम ऐसे कैदी हैं जो गैंगस्टर नहीं हैं और जेल में अच्छा व्यवहार करते हैं। 

सेल के बारे में लगाई गई आशंका निराधार 

अधिकारी ने आगे कहा कि, एक अलग सेल उसके लिए बिना किसी व्यवधान के ध्यान या अन्य गतिविधियों को करना संभव बनाता है। उनकी सुरक्षा के लिए जेल नियमों के मुताबिक सभी इंतजाम किए गए हैं। उसके आवास के बारे में लगाई गई कोई भी आशंका निराधार है।

 सिसोदिया की गिरफ्तारी एक बड़ी साजिश

बता दें कि, आप के नेता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने इससे पहले प्रेस कॉन्फ रेन्स करते हुए कहा था कि,”आज होली पर यह सम्मेलन आयोजित करने का कारण केंद्र की साजिश का पर्दाफाश करना है जिसके कारण मनीष सिसोदिया सलाखों के पीछे हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि शराब घोटाला मामले में सिसोदिया की गिरफ्तारी एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।

उन्होंने कहा था कि, “उन्हें (सिसोदिया) तिहाड़ की जेल नंबर 1 में रखा गया है, जबकि इस तरह के पहले मुक़दमे के लोगों को वहां नहीं रखा जाता है। जेल नंबर 1 कुछ सबसे खूंखार अपराधियों और हत्यारों का घर है।”

20 मार्च तक न्यायिक हिरासत 

गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 फरवरी को दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितता के आरोप में गिरफ्तार किया था और सोमवार को अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।  जैन को पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन के मामले में गिरफ्तार किया था। दोनों ने हाल में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है।