औरंगाबाद

Published: Jan 19, 2023 09:51 PM IST

Aurangabad Newsऔरंगाबाद में अतिक्रमण से मुक्त हुआ चंपा चौक और जिन्सी परिसर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

औरंगाबाद: पुराने शहर का चंपा चौक और जिन्सी परिसर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण से घिरा हुआ था। औरंगाबाद महानगरपालिका प्रशासन (Aurangabad Municipal Administration) द्वारा इन दिनों जी-20 परिषद को लेकर जारी तैयारियों में शहर के प्रमुख इलाकों के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation)  र्ट सिटी द्वारा शहर के प्रमुख चौराहा चंपा चौक और जिंसी परिसर में अतिक्रमण हटाव मुहिम चलाकर 80 अतिक्रमण हटाए गए।

शहर में जी-20 परिषद की तैयारियों में प्रमुख मार्गों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा हैं। पुराने शहर के महत्वपूर्ण इलाका चंपा चौक और जिंसी परिसर सालों से बड़े पैमाने पर अतिक्रमणों से लिप्त था। गुरुवार को महानगरपालिका प्रशासन ने 80 फिट डीपी वाले सड़क पर कुल 80 अतिक्रमण पर कार्रवाई की। सड़क पर कच्चे और पक्के निर्माण किए गए थे। जिसमें दुकानों का निर्माण किया गया था, बल्कि कई दुकानदारों ने अवैध रुप से टपरियां लगाकर मटन, चिकन, मोबाइल व्यापार, चाय की दुकानें शुरु की थी। कुछ लोगों ने राजनीतिक दल का कार्यालय भी खोला था। 

इतने दिन पहले ही दिया गया था अल्टीमेटम 

शहर के प्रमुख चौराहा चंपा चौक और जिंसी परिसर अतिक्रमण से घीरा होने से इस परिसर में आए दिन यातायात की गंभीर समस्या निर्माण हो रही थी। परिसर के नागरिकों ने महानगरपालिका प्रशासन को चंपा चौक में आए दिन फैल रहे अतिक्रमण से अवगत कराया था।  प्रशासन को मिली शिकायतों पर महानगरपालिका के अतिक्रमण विभाग ने एक पखवाडा पूर्व ही उन अतिक्रमण धारकों को नोटिस थमाकर अपने अतिक्रमण हटाने को लेकर अवगत कराया था। विशेषकर, प्रशासन ने अतिक्रमण हटाव मुहिम चलाने के लिए मार्किंग भी की थी। 

नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया

प्रशासन के नोटिस को किसी भी अतिक्रमणधारकों ने गंभीरता से नहीं लिया,बल्कि कुछ अतिक्रमण धारकों ने न्यायालय से स्टे ऑर्डर लाने का भी प्रयास किया। उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली। एक पखवाडे का समय समाप्त होते ही गुरुवार को  अतिक्रमण हटाव दल ने आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी के निर्देश पर सख्त पुलिस बंदोबस्त में अतिक्रमण हटाव मुहिम चलायी।  मुहिम आरंभ होते ही परिसर के नागरिकों खुद से अपने अतिक्रमण हटाने शुरु किए।